Tuesday 18 April 2017

85 साल के हैं फादर जौन डिमेलो,येसु समाजी



कुर्जी होली फैमिली हॉस्पीटल में कार्यरत हैं
दिखा याजक और अयाजक में फर्क

पटना। विश्व विख्यात है येसु समाज। येसु समाज के सदस्य हैं फादर जौन डिमेलो। इनका जन्म 14 दिसम्बर 1932 में हुआ है। इस तरह 85 साल के हैं। जब 25 साल के थे तब येसु समाज में प्रवेश किये। 20 जून 1957 को। 34 साल में पुरोहित बने। 9 जून 1966 को विधिवत पुरोहिताभिषेक हुआ। अंतिम मन्नत 26 जनवरी 1977 में हुआ। उस समय 45 साल के थे। एक पुरोहित के रूप में गोल्डन जुबली मना चुके हैं। 51 साल से पुरोहिताई सेवा कर रहे हैं। अभी कुर्जी होली फैमिली हॉस्पीटल में सेवारत हैं। 85 साल के हैं।

येसु समाज के नियमानुसार 75 वर्ष और कुर्जी होली फैमिली हॉस्पीटल श्रम सेवा पुस्तिका के अनुसार 58 वर्ष में रिटायर हो जाना चाहिए। नेताओं की तरह न ही फादर जौन ‘टायड’ हैं और न ही डिमेलो रिटायर हैं। खैर, फादर जौन डिमेलो येसु समाज के पटना प्रोविंश के प्रोविंशियल थे। इसके बाद शिक्षण कार्य में भी व्यस्त थे। अभी हॉस्पीटल में क्रेडिट एण्ड बिलिंग विभाग में हैं। यहां पर हैप्पी बर्थ डे वाले ‘फादर’ से विख्यात हैं। सामने वाले लोगों को विशेष कर लड़कियों को रोजना ‘हैप्पी बर्थ डे’ कहने से बाज नहीं आते हैं। 

अयाजक 58 और याजक 85 वर्ष तक कार्य कर सकते हैं। अयाजक के रूप में सामान्य लोगों से हैं। याजक के संबंधित हैं जो धर्मसमाज में प्रवेश कर लिये हैं। भाई 8 और 5 का ही खेल है। 5 को 8 के पीछे लगा दें अथवा 8 के आगे 5 लगा दें तो क्या फर्क पड़ता है। मिशन हॉस्पीटल हैं यानी मनमौजी हॉस्पीटल। आप हल्ला करेंगे तो अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का मामला बन जाएगा। अल्पसंख्यक पर अत्याचार के अलावे महिलाओं द्वारा शासित हॉस्पीटल है। और अत्याचार करेंगे तो अल्पसंख्यकों को मिलने वाले संवैधानिक अधिकारों का हनन करने की बात उठाने लगेंगे। 

अयाजकों पर प्रशासक की गिद्ध दृष्टिः कहने का मतलब है कि अयाजक वर्गों के कर्मियों पर प्रशासक और उसके अधिकारियों की दृष्टि रहती है कि जैसे ही 58 वर्ष हो। वैसे ही कर्मियों को रिटायर कर दें। इसके लिए ईसाइयों के स्नान संस्कार (बपतिस्मा प्रमाण-पत्र) में दर्ज जन्म तिथि को मान्यता देकर ही कर्मियों को रिटायर कर देते हैं। हालांकि कर्मी फादर जौन की तरह ‘टायड’ नहीं हैं फिर भी रिटायर कर देते हैं। हां, अपने प्रशासक के आगे पीछे करने वाले कुछ ही कर्मियों को रिटायर के बाद भी डेली वेज ( संविदा) पर रख लेते हैं। दोहरी नीति अपनाते हैं। 

आलोक कुमार

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