Saturday 6 May 2017

आधी आबादी को नेतृत्व करने का मौका मिला




पटना। हां, किचन से निकल गयी हैं महिलाएं। पटना नगर निगम के चुनाव में भाग्य अजमाने। वार्ड नम्बर-22 बी की हैं रीना देवी। अपने जमीन समर्थकों के साथ नामांकन करने गयीं। वार्ड नम्बर-22 सी की प्रत्याशी रजनी देवी नामांकन करने ऑपेन जीप पर सवार होकर गयी। वार्ड नम्बर-22 बी की प्रत्याशी रीता देवी भी ऑपेन जीप पर सवार थीं। मगर कड़ी धूप के चलते ननद राखी देवी छतरी तानकर भाभी को राहत पहुंचा रही थीं। दो सदस्य बैंड के साथ चलकर वार्ड नम्बर- 22 बी की प्रत्याशी संजू राजन नामांकन करने गयी। वाहन और घोड़ा मार्च के बीच में टेम्पों पर सवार होकर वार्ड नम्बर-22 सी की प्रत्याशी मीना देवी नामांकन करने गयी। वार्ड नम्बर-22 सी की प्रत्याशी तुलिका राय उर्फ डौली ने पदयात्रा कर जनसर्म्पक अभियान शुरू कर दी है। तड़क और भड़क में अव्वल वार्ड नम्बर-22 सी की प्रत्याशी रजनी देवी रही। पहली बार निकाय चुनाव में शिरकत कर रहे हैं प्रत्याशी और वोटर।  


त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव के अवसर पर डोनर और एनजीओ की भूमिका जागरूकता अभियान चलाने की होती थी। अभी बिहार में निकाय का चुनाव हो रहा है। इस चुनाव में डोनर और एनजीओ खामोश है। बहरहाल पटना नगर निगम के अन्तर्गत 75 वार्ड है। इसमें 5 ग्राम पंचायत को मिलाकर 3 वार्ड बनाया गया है। पहली बार निकाय चुनाव में शामिल किया गया है। यह वार्ड है वार्ड नम्बर- 22 ए, 22 बी और 22 सी। आज भी गवंई परिवेश है। गांव के सीधे सादे लोग हैं। इन वार्ड के प्रत्याशियों और वोटरों को जागरूक बनाना अनिवार्य था। कारण कि वार्ड नम्बर-22 ए अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। वहीं महिलाओं के लिए आरक्षित 22 बी और 22 सी है। 
इस समय पटना नगर निगम चुनाव की प्रक्रिया जारी है। 29 अप्रैल से नामांकन शुरू है। रविवार 30 अप्रैल और सोमवार मजदूर दिवस होने के कारण नामांकन कार्य स्थगित रहा। 9 मई तक नामांकन जारी रहेगा। इसमें वार्ड नम्बर - 22 ए से  वार्ड नम्बर - 22 बी से रीता देवी, संजू राजन, वार्ड नम्बर-22 सी से रजनी देवी,मीना देवी नामांकन कर दिये हैं।  वार्ड नम्बर-22 सी की प्रत्याशी रजनी देवी ने नामांकन समय फर्स्ट इम्प्रेशन छोड़ने में सफल रही।  सामाजिक कार्यकर्ता गौरख राय की धर्मपत्नी और पप्पू राय की भाभी हैं रजनी देवी। नामांकन करने जाने के पहले घर में निर्मित मंदिर की देवताओं के साथ कुल देवताओं को भी नमन किया। इस तरह भगवान की दरबार में पहुंचकर देवताओं को नमन करने के जनता की दरबार में गयी। गणतंत्र के राजाओं से करबद्ध निवेदन कर नौकरशाहों की दरबार में पहुंची। 

इस बीच पटना नगर निकाय चुनाव को लेकर चल रहे नामांकन के दौर के बीच ऐसा वाक्य हुआ कि कुर्जी गंगा किनारे रहने वाली है मंजू देवी। गंगा किनारे सब्जी बेचती है। वह वार्ड नम्बर-22 सी की प्रत्याशी रजनी देवी के खेमे में थीं। अगले दिन वार्ड नम्बर-22 बी की प्रत्याशी रीता देवी के खेमे में आ गयी। 
इस तरह के मौके का फायद केवल मंजू देवी ही नहीं उठा रही हैं बल्कि लोग भाड़े पर समर्थक ला रहे हैं। लेकिन एक बात है कि चुनाव आते ही ऐसे समर्थको की बल्ले-बल्ले हो जाती है। महीनो तक के इनके खाने का इंतजाम एक प्रत्याशी से दूसरे प्रत्याशी कर देते हैं।  अब इन लोगों का स्टैंडर्ड भी बदल गया है। पहले जहां समर्थकों को पूरी और सब्जी दिया  जाता था वह भी क्षेत्र भ्रमण के बाद। अब वही ऐसे समर्थक मीट , मुर्गा , मछली से पेट पूजा करके प्रत्याशी के साथ क्षेत्र भ्रमण करते हैं। वही प्रत्याशी भी करे तो करे क्या उनको भी चुनाव में भीड़ जो जुटानी है अगर वह इनका कहना नहीं मानेंगे तो समझ लीजिए कि आज के इस दौर में भीड़ जुटाना एक प्रत्याशी के लिए मुश्किल हो जाएगा। 

आलोक कुमार


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