Wednesday, 27 April 2022

दावत-ए-इफ्तार के अवसर पर मुस्लिम,हिंदू और ईसाई को एक जगह लाने में सफल हो गये

 दावत-ए-इफ्तार एकता का प्रतीक, रमजान आपसी भाईचारे का संदेश देता हैः प्रतीक एडविन




बेतिया. कोई 280 साल पुराना है रोमन कैथोलिक बेतिया.ईसाइयों का गढ़ है पश्चिम चम्पारण के बेतिया क्रिश्चियन क्वाटर्स.यहां से दो बिशप और सैकड़ों फादर और सिस्टर्स बने हैं.वहीं यहां के निवासी शिक्षा, स्वास्थ्य,सामाजिक आदि क्षेत्र में विशिष्ट स्थान स्थापित कर चुके है.उसी सुनहला इतिहास में शिक्षावृद्ध प्रतीक एडविन शर्मा का भी नाम गर्व से लिया जा रहा है.उन्होंने देश के वर्तमान स्थिति के आलोक में बीजेपी में प्रवेश किया.बीजेपी में शामिल होने के बाद राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति के सदस्य बनाये गए.फिर पीछे मुड़कर देखे नहीं.उन्होंने साम्प्रदायिक एकता लाने का प्रयास करने लगे. इसमें 27 अप्रैल 2022 को सफल हो गये.उन्होंने दावत-ए-इफ्तार के अवसर पर मुस्लिम,हिंदू और ईसाई को एक जगह लाने में सफल हो गये.

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