* एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रनसिंग परमार कल सरदारपुर में
धार. मामाजी के राज्य मध्य प्रदेश में है धार जिला.मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिमी भाग में स्थित है धार.धार जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है.यह इंदौर संभाग का एक भाग है.धार का कुल भौगोलिक क्षेत्र 8153 वर्ग किमी है और इस प्रकार यह मध्य प्रदेश के सबसे बड़े जिलों में से एक है.इसी जिले में एकता परिषद जन संगठन व महात्मा गांधी सेवा आश्रम के संयुक्त तत्वावधान में प्रशिक्षण हो रहा है.
मध्य प्रदेश वन अधिकार अभियान के अंतर्गत धार जिले के सरदारपुर गायत्री कालोनी में स्थित श्री कृष्ण बालक
आश्रम में एकता परिषद जन संगठन व महात्मा गांधी सेवा आश्रम के संयुक्त तत्वावधान में रविवार 08 मई से दो दिवसीय ग्रामीण मुखिया नेतृत्व विकास प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जा रहा है.यह सोमवार 09 मई को जारी रहेगा.इसमें सरदारपुर और बाग ब्लाक के कुल 60 गांव के 150 मुखियाओं (महिला व पुरुष ) सहभागी शामिल हुए. इस शिविर का मुख्य उद्देश्य यह है कि वन अधिकार अधिनियम 2006 एवं नियम 2008 के अंतर्गत एफआरए कानून से वंचित ग्रामीण परिवारों को वन अधिकार प्राप्त करने में जो समस्या आ रही है उसके उचित समाधान के तरीकों को पर ग्रामीण मुखियाओं को जागरूक करना ताकि वन अधिकारों से वंचित परिवारों को उनका अधिकार मिल सके और व्यक्तिगत एवं सामुदायिक पट्टे प्राप्त करने के लिए सामूहिक प्रयासों से ग्राम पंचायत को मजबूत करने में हमारी भूमिका पर विचार विमर्श किया जाएगा.
इस दो दिवसीय शिविर में प्रत्येक गांव से चयनित दो संगठन मुखियाओं का नेतृत्व विकास कर वन भूमि अधिकार के लिए वन अधिकार अभियान चलने के लिए पूरे क्षेत्र में कार्यक्रम निर्धारित किया जायेगा. मुखिया नेतृत्व शिविर में मुख्य अतिथि सरदारपुर विधायक श्री प्रताप सिंह ग्रेवाल द्वारा महात्मा गांधी जी के चित्र पर माला चढ़ा कर शुभारम्भ किया. साथ ही एकता परिषद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुश्री श्रद्धा कश्यप एवं एकता परिषद के
राष्ट्रीय महासचिव अनीश कुमार जी उपस्थिति में दो दिवसीय प्रशिक्षण का संचालन किया गया. इस महत्वपूर्ण शिविर के समापन कार्यक्रम में 09 मई को एकता परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा.रन सिंह परमार विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे.साथ ही सरदारपुर ब्लॉक के तिरला ग्राम के मुखिया एवं पटेल श्री रामचंद्र पटेल द्वारा मुखियाओं से कहा गया कि आप सभी को जहां भी मेरी जरुरत हो वहां पर हमेशा एकता परिषद के साथ खड़ा रहूंगा.
आदरणीय विधायक जी ने वन भूमि अधिकार लिए एकजुट हो कर कार्यवाही करने के लिए प्रोत्साहित किया व एकता परिषद के कार्यों की सराहना की गई.भोपाल से पधारे एकता परिषद के महासचिव अनीश कुमार जी ने बताया कि कानून बनने के बाद भी आदिवासियों के पट्टे नहीं बनने पर चिंता व्यक्त की एवं शासन- प्रशासन व जन प्रतिनिधि इसे गंभीरता से ले तथा जिला स्तरीय निगरानी समितियों का गठन कर उचित कार्यवाही की जाये.
एकता परिषद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रद्धा बहन ने बताया कि जब तक वन अधिकार पट्टा ग्राम आदिवसियो को नहीं मिलेगा तब तक उनकी आजीविका सुरक्षित नहीं होगी और इस क्षेत्र का पलायन भी बढ़ता जायेगा. इसलिए व्यापकरूप से वन अधिकार अभियान चला कर मुखियाओं को सक्रिय एवं जागरूक होना पड़ेगा.
इस कार्यक्रम का संचालन जिला समवन्यक वशीम द्वारा किया गया तथा कार्यक्रम में कार्यकर्ता भीलू खराड़ी , रामू भूरिया , विजय भूरिया , कलुशिंग भूरिया संजू बघेल और कमल भवर आदि उपस्थित रहे.
आलोक कुमार
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