Wednesday 26 October 2022

पूरे बिहार में काॅ. रामनरेश राम के 12 वें स्मृति दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई

 * जनांदोलनों से संसदीय मोर्चे तक एक क्रांतिकारी कम्युनिस्ट की नई मिसाल कायम की रामनरेश राम ने



पटना.भोजपुर आंदोलन और बिहार में सामाजिक बदलाव के संघर्ष के किंवदती बन चुके भाकपा-माले के दिवंगत नेता काॅ. रामनरेश राम के 12 वें स्मृति दिवस पर आज पार्टी राज्य कार्यालय सहित पूरे बिहार में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.

    राज्य कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में पार्टी के राज्य सचिव कुणाल, किसान महासभा के महासचिव राजाराम सिंह, केडी यादव, , अभ्युदय, कमलेश शर्मा, उमेश सिंह, राजाराम, गोपाल रविदास, संदीप सौरभ, संजय यादव, प्रकाश कुमार सहित कई लोग उपस्थित हुए. श्रद्धांजलि सभा का संचालन पोलित ब्यूरा के सदस्य काॅ. अमर ने की. 

       
इस मौके पर राज्य सचिव कुणाल ने कहा कि काॅ. रामनरेश राम भोजपुर में गरीब-भूमिहीन किसानों व समाज के कमजोर वर्गों के क्रांतिकारी उभार के मुख्य शिल्पीकार थे. भोजपुर में रणवीर सेना के नेतृत्व में सांप्रदायिक-सामंती ताकतों के गठजोड़ के खिलाफ जनता के सफल प्रतिरोध आंदोलन से लेकर ग्रामीण व खेत मजदूरों को राष्ट्रीय स्तर पर एक क्रांतिकारी ताकत के रूप में संगठित करने तक, उन्होंने एक के बाद एक चुनौतीपूर्ण दौर में क्रांतिकारी आंदोलन का नेतृत्व किया.

       

अपनी जिंदगी के अंतिम 15 वर्षों में उन्होंने लगातार सहार विधानसभा से जनता को प्रतिनिधित्व किया और भाकपा-माले विधायक दल के नेता बने. एक पार्टी नेता व विधायक के बतौर उन्होंने व्यापक ख्याति अर्जित की. यहां तक कि विरोधी पक्ष भी उनकी ईमानदारी व सादगी का सम्मान करता था. उनकी ऐतिहासिक विरासत न्याय, लोकतंत्र और समाज के क्रांतिकारी बदलाव के लिए चल रहे संघर्ष में हमारी राह रौशन करता रहेगा.

आलोक कुमार 

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