उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए व्यापक योजना तैयार की गई है. योजना क्रियान्वयन के लिए ग्राम पंचायत को अहम जिम्मेदारियां दी गई है और भली-भांति उसको निभाना है. स्वच्छ गांव समृद्ध गांव बनाने के लिए सरकार का बड़ा प्लान है.योजना का क्रियान्वयन वार्ड प्रबंधन समिति के स्तर से किया जाना है. अभियान के तहत गांव को ठोस व तरल कचरा से मुक्त कराना है.
उन्होंने कहा कि घर में निर्मित शौचालय का उपयोग करें, घरेलू कचरे का वर्गीकरण कर व्यक्तिगत स्तर से निपटारा करें. गीले, सूखे कचरे को वर्मी कंपोस्टिंग विधियों द्वारा जैविक खाद बनाएं. सार्वजनिक स्थानों, गलियों सड़कों एवं नालियों की नियमित साफ-सफाई करें. स्वच्छता का मूल मंत्र है घर से लेकर आसपास के स्थानों को साफ सफाई रखना. जिससे होने वाली कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है.
जिला समन्वयक श्री विश्वजीत भारती द्वारा फेज-1 एवं फेज-2 में अभियान अंतर्गत किये गये कार्यों एवं ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के क्रियान्वयन के लिए कैलेंडर एवं कार्य योजना के विषय में जानकारी दी गयी.वहीं जिला सलाहकार श्री शशि रंजन द्वारा अभियान के क्रियान्वयन के लिए जिला, प्रखंड, पंचायत, एवं वार्ड स्तर पर कार्य करने वाले समितियों एवं उनके कार्य दायित्वों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी.
कार्यक्रम के समापन के पश्चात विश्व हाथ धुलाई दिवस के तहत हाथ धुलाई महोत्सव मनाया गया.जिसमें उप विकास आयुक्त, अपर समाहर्ता, निदेशक डी0 आर0 डी0 ए0 एवं जिला पंचायत राज पदाधिकारी के साथ अन्य अधिकारी कर्मियों ने भाग लिया.
आलोक कुमार
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