* कटावरोधी कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण कराने का निर्देश
* कार्यपालक अभियंताओं को तटों की निगरानी कराने का निर्देश
बेतिया. पश्चिम चंपारण जिले के जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय द्वारा आज कार्यालय प्रकोष्ठ में संभावित बाढ़ सहित कटाव एवं अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों की समीक्षा की गयी. इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे.
जिलाधिकारी द्वारा बाढ़ राहत एवं अन्य सामग्रियों का दर निर्धारण, पॉलीथिन शीट्स की उपलब्धता, बाढ़ के दौरान नावों की व्यवस्था एवं उपलब्धता, बाढ़ राहत शिविर/सामुदायिक रसोई के संचालन के लिए पूर्व तैयारी, एसडीआरएफ/एनडीआरएफ की प्रतिनियुक्ति, बाढ़ आश्रय स्थल, आनुग्रहिक अनुदान के भुगतान के लिए परिवारों की सूची का आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर अद्यतीकरण आदि बिन्दुओं की विस्तृत समीक्षा की गयी.
जिलाधिकारी ने कहा कि संभावित बाढ़ से निपटने के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं ससमय पूरी कर ली जाय. सभी संबंधित विभागों यथा-आपदा शाखा, कृषि, पशुपालन, स्वास्थ्य, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास एवं आवास विभाग, पंचायती राज विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, पथ निर्माण, ग्रामीण कार्य विभाग, ऊर्जा विभाग, भवन निर्माण विभाग सहित अन्य विभाग अपनी-अपनी तैयारी अविलंब पूर्ण कराना सुनिश्चित करें.
उन्होंने कहा कि यह कार्य अत्यंत ही महत्वपूर्ण है. उच्च स्तर पर इसकी लगातार समीक्षा की जा रही है. इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही को कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी.
जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि सामग्री दर का निर्धारण कर लिया गया है. जिले में पर्याप्त संख्या में पॉलीथिन शीट्स, लाईफ जैकेट्स की उपलब्धता है. नावों की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गयी है. सरकारी नावों का भौतिक सत्यापन करा लिया गया है. 149 निजी नावों के स्वामियों से इकरारनामा करा लिया गया है. 113 प्रशिक्षित गोताखोर उपलब्ध हैं.
जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी व्यवस्थाएं जल्द से जल्द सुदृढ़ कर लिया जाय ताकि विषम परिस्थिति में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ा तथा जान-माल की क्षति को रोका जा सके. उन्होंने निर्देश दिया कि जिले में किये जा रहे कटाव रोधी कार्यों को अविलंब पूर्ण कराया जाय. संबंधित कार्यपालक अभियंता क्षेत्रान्तर्गत बांधों की निगरानी करना सुनिश्चित करेंगे तथा आवश्यकतानुसार त्वरित गति से कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.
उन्होंने निर्देश दिया कि जिला हेडक्वार्टर में उपलब्ध टेंटों के अनुमंडलवार वितरित करा दिया जाय. अनुमंडल प्रशासन द्वारा टेंटों को सुरक्षित रखा जायेगा और बाढ़ की स्थिति में उपयोग लाया जायेगा. उन्होंने जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि संभावित बाढ़ आपदा से निपटने के लिए कम्युनिकेशन प्लान तैयार करायें. जिसमें जिलास्तर से लेकर पंचायत/गांव स्तर तक सभी तंत्रों का नाम, पदनाम, मोबाईल नंबर आदि संकलित हो.
आलोक कुमार
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