Monday, 2 October 2023

महिलाओं को भूमि अधिकार देने से उनके आत्म सम्मान और सशक्तिकरण को बल मिलेगा


पटना.आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती है. कृतज्ञ राष्ट्र दोनों महानुभावों को याद कर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं.इस अवसर पर एकता परिषद बिहार ने पटना जिले के नौबतपुर में नारी शक्ति समागम आयोजित किया गया.

       मौके पर महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी को उनकी जयंती के अवसर पर नमन करते हुए महिला अधिकार एवं महिला सशक्तिकरण के लिए दो अभियानों पर  बल दिया गया.पहले  अभियान में हर परिवार की महिला मुखिया को मासिक ₹3000 की आर्थिक सहायता की मांग की गई और दूसरे अभियान में हर आवासीय भूमिहीन परिवार को आवास भूमि अधिकार कानून के तहत आवासीय भूमि उपलब्ध कराने की मांग की गई.

         यह भी चर्चा की गई कि आजादी के 77 साल बीत जाने के बाद भी महिलाओं को आर्थिक अधिकारों से वंचित रखा गया है कई क्षेत्रों में बिहार की महिलाएं आज भी आर्थिक तौर पर सशक्त नहीं हो पा रही हैं. खासकर वह महिला जो चूल्हा चौका से जुड़ी हुई है. ऐसे में यदि उन्हें हर महीने ₹3000 कर्नाटक सरकार की तरह दिया जाए तो कुछ हद तक जो मानसिक तनाव और पीड़ा है उसे महिलाओं को मुक्ति मिलेगी साथ ही साथ महिलाओं को भूमि अधिकार देने से उनके आत्म सम्मान और सशक्तिकरण को बल मिलेगा.

इस अवसर पर महिलाओं ने सरकार से हाथ उठाकर इन मांगों का समर्थन किया और इसके लिए आगे संघर्ष का ऐलान किया.गांधी जी ने हमेशा समाज के अंतिम पायदान पर जीने वाले समुदायों के हक अधिकार की बात किया है.

          एकता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा कि गांधी जी के जयंती के अवसर पर पूरी दुनिया में आज अहिंसा दिवस मनाया जा रहा है हम यह भी मानते हैं कि ग्रामीण कामगार महिलाएं ज्यादातर हिंसा का शिकार आज भी हो रही है चाहे वह घर हो या खेत. ऐसे में उन्हें यदि हम भूमि अधिकार एवं आर्थिक सहायता प्रदान करते हैं तो वह पूरे सम्मान के साथ जीने के हकदार होंगे और देश के विकास में अपनी पूरी भागीदारी को निभा सकेंगे.

        इस अवसर पर एकता महिला मंच की मंजुला  बहन सिंधु सिन्हा पुष्पा जी शिव ठाकुर नरेश मांझी राम विनोद प्रसाद इत्यादि ने अपने विचार रखें और इन मांगों को लोग लेकर संघर्ष का आह्वान किया.

आलोक कुमार


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