राज्यस्तरीय परिसंवाद 20 मार्च को

गैर सरकारी संस्था ऑक्सफैम
के सहयोग से
प्रगति ग्रामीण विकास समिति
के द्वारा 10 जिलों
में छोटे जोत
की कृषि वाले
किसानों के साथ
काम किया जाता
है। इन किसानों
को जागरूक करने
के लिए समय
समय पर प्रशिक्षण
भी दिया जाता
है ताकि सरकारी
योजनाओं से लाभान्वित
हो सके। आज
भी कृषि क्षेत्र
में महिलाओं को
सम्मान अधिकार प्राप्त नहीं
है। मर्द कार्यशील
रहते हैं तो
उनको किसान का
दर्जा मिल जाता
है। वहीं महिलाओं
को महिला किसान
का दर्जा नहीं
मिल पाता है।
आज भी बटाईदार
किसानों की स्थिति
बदहाल है।
इस अवसर
पर कार्यक्रम तय
किया गया कि
छोटे जोत की
कृषि एवं महिला
किसान पर, भूमिहीन
किसानों, किसान आयोग की
पहल, बिहार सरकार
की पहल आदि
पर गहन रूप
से चर्चा की
जाएगी। अंत में
परिसंवाद के गर्भ
से निकले सुझावों
को अमल करने
की कार्ययोजना तैयार
की जाएगी। इस
बैठक में प्रदीप
प्रियदर्शी,मंजू डुंगडुंग,संजय कुमार
प्रसाद,अनिमेष निरंजन आदि
उपस्थित थे।
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