Sunday 24 March 2013

गुड फ्राइडे के अवसर पर छुट्टी बहाल करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन


गुड फ्राइडे के अवसर पर छुट्टी बहाल करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन

आज रविवार को ईसाई समुदाय पाम संडे मना रहे हैं। आज के दिन ईसाई समुदाय खजूर की डालियों को लेकर प्रार्थना करते हैं और रैली निकालकर गिरजाघर में जाते हैं। वहां पर धार्मिक अनुष्ठान किया जाता है। पुरोहित परमप्रसाद वितरण करते हैं। श्रद्धालु परमप्रसाद को श्रद्धा से ग्रहण करते हैं। इतना करने के बाद ईसाई समुदाय धरना-प्रदर्शन में शिरकत करने के लिए गांधी मैदान के समीप कारगिल चौक की ओर चल पड़े। धरना-प्रदर्शन का कॉल अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ ने किया था।

 आज कारगिल चौक के समीप अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के बैनर तले ईसाई समुदाय ने गुड फ्राइडे के अवसर पर छुट्टी बहाल करने की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन किये। इसमें भारी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया। धरनार्थियों ने अपने हाथ में तख्तियों पर लिखित नारों रखकर सरकारी आदेश का विरोध कर रही थीं। बैंक क्लोजिंग की आड़ में ईसाइयों के महापर्व गुड फ्राइडे की कुर्बानी के लिए हाय-हाय, भेदभाव कर होली की तरह अन्तरराष्ट्रीय महापर्व गुड फ्राइडे के अवकाश का सम्मान हो,सभी धर्मों के महत्वपूर्ण त्योहारों के साथ-साथ ईसाइयों के महत्वपूर्ण त्योहारों का बराबर सम्मान करो।इस अवसर पर अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के अध्यक्ष एस.के.लौरेंस ने कहा कि ईसाईयों का अन्तरराष्ट्रीय महापर्व गुड फ्राइडे के दिन देश के सभी राज्यों के बैंकों में अवकाश है। 

बिहार में भी एन.आई.एक्ट के तहत अवकाश होने के बाद भी वित्तीय बंदी के बहाने बिहार सरकार के द्वारा अवकाश रद्द कर दिया है। जो ईसाई समुदाय के साथ पक्षपातपूर्ण रवैया है। इस संदर्भ में बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के संयोजक सिसिल साह ने कहा कि लालू-राबड़ी के शासनकाल में वर्ष 2003 और वर्ष 2004 में एन.आई.एक्ट के तहत गुड फ्राइडे की छुट्टी घोषित नहीं होने के बाद भी ईसाई समुदाय की मांग के सामने सरकार झुककर गुड फ्राइडे की छुट्टी घोषित कर दी थी। जबकि वर्ष 2013 में एक्ट के तहत घोषित छुट्टी को ही रद्द कर दी गयी जो अन्यायपूर्ण निर्णय है। संघ के सचिव एब्रोस पैट्रीक ने सरकार से रद्द छुट्टी बहाल करने की मांग की है।  एडविन कुजूर,कोटिल्डा टोप्पो, रेजिना तिर्की, लौरेंस पास्कल,असरीता टोप्पो, सुषमा,सलोमी, क्लारेंस हेनरी आदि प्रमुख लोग धरना दिया।

No comments: