Friday 19 April 2013

‘आजाद’ को कौन करवाएंगा आजाद?

दिल में बीमारी पालने वालेआजादको कौन करवाएंगा आजाद?

 पटना। छोटी-सी उम्ररिया में लग गया रोग। हां, गरीबी रेखा के नीचे गुजर बसर करने वाले सुदामा ठाकुर के पुत्र आजाद कुमार (चार माह) को दिल में रोग हो गया है। इस बीमारी को लेकर परिवार के लोग बेहाल हो गये हैं।
अपने पुत्र की सलामती के लिए सविता देवी ने आजाद कुमार को कपड़े में लपेट रखी हैं। गरीबी की दास्तान कहने वाले पॉलिथिन में सविता ने डाक्टरी कागजात को जत्तन से रखी है। सविता के स्तन से दूध नहीं निकलने से आजाद कुमार को गाय के दूध पिलाती है। उसने चम्मच लाना ही भूल गयी। बोतल के ढक्कन से ही शिशु को दूध पिलाती है।

अभी वह सर्वशक्तिमान ईश्वर और धरती के भगवान चिकित्सक यानी दो भगवानों के दर पर माथा टेंक रही हैं। ने वालीमांहोती है। वह हरदम प्रार्थनाकर सर्वेश्रर से आग्रह करती रहीं कि एक लड़का से झोलीभर दें। मां ने दुआ के बल पर पुत्र तो प्राप्त कर ली फिर अभी भी दुआ करने की जरूरत है। अब पुत्र की सलामती के लिए दुआ कर रही है। पहले भगवान के दरबार में जाती थी और अब चिकित्सकों के डोर पर दस्तक दे रही हैं। ममतामयी मां पटना रेलवे स्टेशन की सीढ़ी पर बैठकर दिल में बीमारी पालने वाले पुत्र को दूध पिला रही थीं। एक के बाद एक लगातार पांच लड़कियों को जन्म देने वाली मां परेषान हैं। वह अपने पुत्र की बीमारी से आजाद करवाने वाले की खोज जारी है।

पटना जिले के पुनपुन में अकौना पकवली है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बिरादरी के सुदामा ठाकुर(35 साल) हैं। इनकी पत्नी सविता देवी (30 साल ) है। जल्द ही गर्भधारण हो गया। पहले प्रसव में लड़की हो गयी। हीना कुमारी (11 साल) की है। फिर लड़के की चाहत में जल्दी ही गर्भवती हो गयी। जिसकी चाहत है। वह दूर चली गयी। निमीता कुमारी(10 साल), अस्मिता कुमारी (6 साल), सुष्मिता कुमारी(4 साल) और प्रियांशु कुमारी(3 साल) हो गयी। दर-दर ठोकर खाने के बाद चाहत वाले पुत्र आजाद कुमार(4 माह) का जन्म हुआ। जन्म से ही परेशानी दे रखा है।

बेहाल सविता देवी ने कहा कि आजाद को दस्त होने लगा। खांसी होने लगी। तब जाकर मीठापुर बस स्टैंड के पास क्लिनिक खोलकर डाक्टरी करने वाले डा. सुजीत कुमार को आजाद को दिखाया गया। उसने अल्ट्रासांउड करवाने के लिए मल्लाई पकड़ी गये। उसके बाद डाक्टर मनोज कुमार ने अल्ट्रासाउंड को देखकर डायग्नोसिस कर दिया कि आजाद के दिल में छिन्द्र हो गया है। उसके बाद परेशानी की दौर शुरू हो गयी।