Sunday 12 May 2013

भाई के लिए दीदी करने लगी कमाई

भाई के लिए दीदी करने लगी कमाई

भाई को स्कूल भेजने के लिए दीदी हर चुनौती स्वीकारने को तैयार

पटना। भाई के लिए दीदी काम करने लगी है। भाई को स्कूल भेजने के लिए दीदी हर चुनौती स्वीकार करने को तैयार है। जबकि इस समय उसको खुद काम करने के बदले पढ़ाई करनी चाहिए थी। अभी दीदी ईंट ढोती हैं।

  गरीबी रेखा के नीचे बिंद परिवार है। जो दानापुर में रहते हैं। इनके चार बच्चे हैं। इनमें राधा कुमारी है। जो अपने गोपाल कुमार नामक भाई के लिए त्याग कर रही है। उसने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी है। कारण कि मां-बाप की मजदूरी से परिवार की गाड़ी नहीं खींची जा सक रही थी। इस लिए मां-बाप के कार्य में सहयोग देने लगी है। छोटी-सी उम्ररिया में सयानों की तरह कार्य करना शुरू कर दी है। यह सब इस लिए कि उसका भाई पढ़लिख कर आगे बढ़ सके।

 देखा गया कि दोपहर के समय में मां-बाप-बेटी ने 6 सौ रूपए के लिए ईंट ढो रहे हैं। एक जगह से दूसरी जगह पर ईंट रख रहे हैं ताकि घर बन सके। इस दोपहर के समय में और तो और इस प्रचंड गर्मी में खास से आम लोग आराम फर्माते हैं। मगर मां-बाप-बेटी ने मिलकर कड़ी धूप की परवाह किये ही ईंट ढोने का कर्त्तव्य निभा रहे हैं। तीन वंदों का एक ही उद्देश्य यह है कि किसी तरह से गोपाल कुमार पढ़लिख सके।
 मां-बाप के कमाने से पारिवारिक गाड़ी नहीं चलने के कारण छोटी वय वाली राधा कुमारी भी मां-बाप साथ काम करने के लिए निकल पड़ती हैं। प्रायः इन लोगों के द्वारा ठेका पर कार्य लेकर कार्य को निपटारा किया जाता है। ऐसा करने से कुछ ही समय में मोटी रकम मिल जाती है।

इस तरह दीदी बाल मजदूर बन गयी है। इस परिवार में लड़का को आगे और लड़की को पीछे रखा जा रहा है। भोजन में असमानता के कारण दीदी छोटी और भाई कद में बड़ा दिख रहा है। आर्थिक असमानता के कारण इस परिवार के सामने ऐसी परिस्थिति बन गयी है।
आलोक कुमार
9939003721