महादलित
मुसहर
समुदाय
के
लोग
25 साल
से
परवाना
लेकर
भटक
रहे
हैं-
नरेश
दानापुर।
अभी
बड़की
नहर
के
आसपास
महादलित
मुसहर
समुदाय
रहने
को
मजबूर
हैं।
हालांकि,
इनको
लालू-राबड़ी की सरकार ने जमीन बन्दोबस्ती कर 1987.88 में रहने के लिए 0.2 डिसमिल जमीन दी है। मगर, दबंगों के कहर के आगे महादलित मुसहर समुदाय टीक नहीं सके। मुसहर समुदाय के 17 लोग 25 साल से परवाना लेकर दरदर भटकने को मजबूर हैं।

श्री मांझी ने कहा कि जब से सत्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आये हैं। तब से महादलितों को हिम्मत बना है। सुशासन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार और राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रमई राम ने ऐलान कर रखे हैं कि जिनको सरकार परवाना/पर्चा दे रखी है। अगर परवाना रहते हुए भी जमीन पर कब्जा नहीं हो सकी तो सरकार अपने तंत्र से परवानाधारकों को जमीन पर कब्जा दिला देगी। सोमवार को महादलितों के द्वारा दानापुर के सीओ कुन्दन कुमार लाल को आवेदन सौंपा जाएगा। उनसे निवेदन किया जाएगा कि निर्गत औपबंधिक परवानाधारकों को जमीन पर दलख दिलवा दें।
क्रमांक परवानाधारकों का नाम पिता/पति का ना
1. मरछिया देवी स्व0 राजेन्द्र मांझी
2. धुरखेली मांझी स्व0 बाबूलाल मांझी
3. राम विलास मांझी स्व0 बाबूलाल मांझी
4. जामून मांझी स्व0 खेलावन मांझी
5. रामा मांझी स्व0 धनेश्वर मांझी
6. राजेन्द्र मांझी स्व0 बुलकन मांझी
7. बुदेला मांझी स्व0 चरित्र मांझी
8. तूफानी मांझी स्व0 लोचन मांझी
9. अमरिका मांझी स्व0 लोचन मांझी
10. चैतू मांझी स्व0 चरित्र मांझी
11. चन्द्रदीप मांझी स्व0 बुदेला मांझी
12. रामचन्द्र मांझी स्व0 दसई मांझी
13. सुखू मांझी
14. रामजी मांझी स्व0 शकर मांझी
15
16.
17. बहादुर मांझी सोहन मांझी