महादलितों के द्वारा समवेत स्वरों से वासगीत पर्चा निर्गत करने की मांग उठने लगी
सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया

गौरतलब यह है कि महादलित मुसहर समुदाय के लोग मालिक गैर मजरूआ (महन्थ, बोध गया)जमीन पर घर बनाकर 25 साल से रहते हैं। आवेदन देने के बाद राजस्व कर्मचारी चन्द्रभूषण सिंह के द्वारा गृह स्थल का सीमांकन भी किया गया। परन्तु डेढ़ साल के बाद भी वासगीत पर्चा निर्गत नहीं किया गया। वासगीत पर्चा निर्गत करने की मांग समवेत स्वरों में करने वालों में जुगेश्वर मांझी, संतोष मांझी, कृष्ण मांझी आदि हैं।
एक अन्य समाचार के अनुसार बाराचट्टी प्रखंड के दिवनिया पंचायत के तिलैया कला टोला धनिवाण के 22 महादलित मुसहर समुदाय के लोगों ने 19 फरवरी,2013 को अंचलाधिकारी महोदय को आवेदन दिये। यहां पर 30 वर्षों से रहते हैं। उसी तरह काहूदाग पंचायत के कोहवरी गांव के 58 महादलित मुसहर समुदाय के लोगों ने 23 फरवरी,2013 को अंचलाधिकारी महोदय को पेश किया। यहां पर 15 साल से रहते आ रहे हैं।