Thursday, 6 June 2013

भूमि एवं स्वास्थ्य संबंधित मसले पर जोर


दो दिवसीय कैडर प्रशिक्षण शिविर संपन्न
भूमि एवं स्वास्थ्य संबंधित मसले पर जोर
कटोरिया (चांदन) निर्धनतम क्षेत्र नागरिक समाज के सहयोग से प्रगति ग्रामीण विकास समिति के बैनर तले दो दिवसीय कैडर प्रशिक्षण शिविर संपन्न हुआ।
यह शिविर चांदन प्रखंड के धनुवसार पंचायत के लोहटनियां गांव में हुआ। इसमें विभिन्न पंचायतों की महिला और पुरूषों ने हिस्सा लिये। मौके पर पटना से आये सामाजिक कार्यकर्ता आलोक कुमार ने कहा कि वक्त की मांग है कि जल,जंगल और जमीन की जंग को धारधार बनाया जाए। इसके लिए सामाजिक कार्यकर्ताओं को गांव की ओर रूख करने का आह्वान किया।
16 माह से मानदेय नहीं- शिविर में शामिल कैडरों ने बताया कि उनके परिजनों को 16 माह से मानदेय नहीं मिल रहा है। मानदेय से महरूम इस प्रखंड की 126 सेविका और 126 सहायिका के समक्ष भूखमरी का आलम है। अपने दुख को सीने में लगाकर आंगनबाड़ी केन्द्र की सेविका और सहायिका क्रियाशील हैं।
आवासीय भूमिहीनों को मिले 10 डिसमिल जमीन- केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश और जन सत्याग्रह 2012 के महानायक पी.व्ही.राजगोपाल के संग 10 एजेंडों को लेकर संयुक्त हस्ताक्षर किया गया है। इसमें आवासीय भूमिहीनों को 10 डिसमिल जमीन देने की बात कहीं गयी है। इस बाबत केन्द्रीय मंत्री ने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एडवाइजरी प्रेषित किया है। इसे त्वरित ढंग से लागू करने का आग्रह किया गया है।
वनाधिकार 2006 के तहत पर्चा निर्गत करें - एक जानकार कैडर ने कहा कि इस जिले में वनाधिकार 2006 को मुस्तैदी से लागू नहीं किया जा रहा है। इसके कारण वनभूमि में रहने वाले अनुसूचित जनजाति और गैर अनुसूचित जनजाति के लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना- राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत हालांकि स्मार्ट कार्ड बना हुआ है। व्यापक जानकारी के अभाव में लोग स्मार्ट कार्ड का बेहतर उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। कैडरों ने मांग की है कि स्मार्ट कार्ड का इस्तेमाल ओपीडी संबंधित जांच और दवा-दारू पर भी किया जाए। अभी तक सिर्फ इन पेसेंट को ही सारी सुविधाएं प्राप्त हो रही है। इसी तरह की सारी सुविधाएं ओपीडी पेसेंट को मुहैया करायी जाए।
मनरेगा को मरने से बचाए- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम भी नौजवानोंको पलायन करने से रोकने में पूर्णतः असफल है। भारी संख्या में गांवघर से नौजवान पलायन कर रहे हैं। पलायन को रोकना है तो मनरेगा के कार्यक्रम को अच्छी तरह से सरजमीं पर उतारनी होगी।

 इस अवसर पर वीणा हेम्ब्रम, मनोज हेम्ब्रम, उमा मंडल, अरविंद कुमार, रूपलाल टुडू आदि विचार व्यक्त किये।