Tuesday, 18 June 2013

‘हम भारत की नारी हैं फूल नहीं चिंगारी हैं’

राष्ट्रीय कृषि विकास योजना को लेकर कार्यशाला में महिला किसान समूह के सदस्यों का किया क्षमता विकास

 सहार।  ‘हम भारत की नारी हैं फूल नहीं चिंगारी हैं’, महिला किसानों को महिला किसानी का दर्जा देना होगा, आदि नारा लगाने वाली महिला किसानों ने  प्रखंड कृषि पदाधिकारी के पास जाकर आवेदन पत्र दे दिये कि हमको महिला किसानी का दर्जा दें। पदाधिकारियों ने आश्वासन दिये कि दिशा में उचित कार्रवाही करेंगे।
इसके पहले ऑक्सफैम के सहयोग से प्रगति ग्रामीण विकास समिति के कृषि विशेषज्ञ संजय कुमार प्रसाद ने एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह आयोजन भोजपुर जिले के सहार प्रखंड में स्थित प्रोजेक्ट कन्या विघालय में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना को लेकर कार्यशाला में महिला किसान समूह के सदस्यों का किया क्षमता विकास किया गया। इसमें पुरूष किसान 8 से अधिक 42 महिला किसानों ने हिस्सा लिया।

 कार्यशाला का उद्देश्य-
भारत सरकार की राष्ट्रीय कृषि विकास योजना को ग्रामीण क्षेत्र के छोटे जोत की महिला किसान एवं पुरूष किसानों तक पहुंचाना तथा इस योजना के प्रति लोगों को जागरूक कर समग्र कृषि योजना से ग्रामीणों को लाभ पहुंचा है। विभिन्न तरह की प्रक्रिया को अंजाम देकर लोगों को लाभान्वित करना है और उनका क्षमता विकास भी करना है।


राष्ट्रीय  कृषि विकास योजना-
राष्ट्रीय  कृषि विकास योजना का लक्ष्य कृषि एवं समवर्गी क्षेत्रों का समग्र विकास कृषि के क्षेत्र में 4  प्रतिशत वार्षिक वृद्धि हुई है। राज्यों को कृषि और संबंध क्षेत्र में सार्वजनिक निवेश में वृद्वि के लिए प्रोत्साहित करना। राज्यों को कृषि और संबंध क्षेत्र की योजना और कृषि क्रियान्वित प्रक्रिया में लचीलापन और स्वायत्तता प्रदान करना। राज्यों की कृषि योजनाओं में स्थानीय जरूरतों, फसलों और प्राथमिकताओं पर अधिक ध्यान देना है।
राष्ट्रीय  कृषि विकास योजना फण्ड के लिए पात्रता माफदंड के तहत मिलने वाली सहायता को प्राप्त करने के लिए राज्य दो स्थिति में पात्र  बन सकती हैं यह कि पिछले तीन साल में कृषि में निवेश का औसत (आरकेवीवाई के अन्तर्गत दी गई राशि के अलावा) जिला कृषि योजनाएं और राज्य कृषि योजनाएं तैयार की गई हो।

कार्य का योजना:-
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से महिला किसान समूह को लाभान्वित  करवाने हेतु योजना तैयार किया गया। इस योजना की क्रियान्वयन की जिम्मेवारी महिला किसान समूह के नेतृत्व करने वाले महिला किसान एवं उनके अधीनस्थ कार्यकर्ता को जिम्मेवारी दिया गया है। सहार प्रखंड की सात महिला किसान समूहों के सामूहिक आवेदन पत्र तैयार करना और उसके बाद  प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी तथा जिला कृषि पदाधिकारी महोदय को देना है। आवेदन पत्र को दस दिनों के अन्दर पदाधिकारियों को दे देना है।
        15 जून को महिला सामूहिक नेतृत्व करने वाली महिला किसान की बैठक की गयी। 17 जून, 2013 को आवेदन प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी के समक्ष जमा कर दिया गया।