हाल के दिनों की घटनाओं को लेकर कारगिल चौक के पास दिया धरना
पटना।
बोधगया में सीरियल बम विस्फोट, मशरक में मिड डे मील से 23 नौनिहालों की मृत्यु और बगहा पुलिस कांड में मारे गये आदिवासी थारूओं की निर्मम हत्या के विरोध में बुधवार को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के पटना जिला इकाई के द्वारा एक दिवसीय धरना का आयोजन कारगिल चौक, पटना में किया गया। जिसकी अध्यक्षता बैजनाथ शर्मा उर्फ कारू सिंह ने की।
इस अवसर पर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा (पूर्व सांसद) ने कहा कि बोधगया में सीरियल बम विस्फोट की घटना से समूचे अन्तर्राष्ट्रीय जगत में बिहार कलंकित हो गया है। इस घटना के मुख्य जवाबदेह बिहार सरकार ही है। बिहार सरकार को केन्द्र सरकार और खुफिया एजेंसी के द्वारा चेताने के बाद भी बौधगया मंदिरों की सुरक्षा नहीं की गयी। जब इन्टेलिजेंस ब्यूरो के द्वारा राज्य सरकार को सूचित करके सावधान कर दिया गया तब भी बौध मंदिरों को आंतकवादियों ने निशाने पर लेकर आंतकी हमला कर दिये। इसके बाद भी सरकार गंभीर न होकर सत्ता की कुर्सी बचाने के लिए जोड़तोड़ में ही लगे रहे।
श्री कुशवाहा ने आगे कहा कि मशरक में मिड डे मील खाकर 23 बच्चों की मृत्यु पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हत्या की मुकदमा चलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मिड डे मील योजना जब से राज्य में लागू हुआ है तब से अबतक सैकड़ों बच्चों की मौत हो चुकी है और मौत की सिलसिला जारी है। मशरक घटना के पूर्व भी बिहार के विभिन्न स्कूलों में मिड डे मील खाने के कारण नौनिहाल बच्चों की मृत्यु हो चुकी फिर भी सरकार सचेत नहीं हुई और मशरक में 23 बच्चों की मृत्यु हो गई। अगर सरकार सचेत होती तो ये घटना नहीं घटती। इस घटना के लिए कोई एक व्यक्ति जिम्मेवार है तो वह व्यक्ति नीतीश कुमार है। हद तो तब हो गई कि 55 बच्चे पटना के पीएमसीएच में जाने का काम नहीं किया और न तो राज्य सरकार के कोई मंत्री पीएमसीएच में जाने का काम किया।
पीएमसीएच में बदइंतजामी का हालात यह था कि बच्चा वार्ड में जहां बच्चे जीवन और मौत से जूझ रहे थे वहां अचानक जहरीली गैस का रिसाव हो गया जिस कारण परिजन अपने बच्चों को दूसरे प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए ले जाने के लिए विवश हो गए।
श्री कुशवाहा ने धरना के माध्यम से मांग किया कि सभी 23 मृतक बच्चों के आश्रितों को 10-10 लाख रूपए मुआवजा एवं इलाज करा रहे बच्चों को 50 हजार रूपए समुचित इलाज के लिए दिया जाए तथा राज्य सरकार की देखरेख में उनका इलाज कराया जाए। उन्होंने बगहा पुलिस कांड की गंभीर भ्रर्सना करते हुए सिटिंग जज से न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
धरना को पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव संजय वर्मा, प्रदेश प्रधान महासचिव शंभु कुशवाहा, प्रदेश प्रवक्ता डा0 अभयानन्द‘सुमन’, जयंति
शुक्ला, प्रदेश कोषाध्यक्ष तारिणी प्रसाद सिंह,अभियान समिति के प्रदेश अध्यक्ष विज्ञान स्वरूप सिंह, प्रदेश महासचिव सह राज्य मीडिया प्रभारी राजेश यादव, महासचिव अंगद कुशवाहा, शिवेन्द्र श्रीवास्तव, प्रदेश संगठन सचिव भाई मोहन यादव, मनीषा शर्मा, उमेश निषाद, इफ्तेखार अहमद, प्रदेश अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ अध्यक्ष डा0 नूर हसन आजाद, एम0मसूद दानिश, नाजीर हुसैन, अनिल यादव,अभय वर्मा, सह मीडिया प्रभारी रौशन पाठक, विघानंदराम, विनोद चौधरी,विघानंद राम उपस्थित थे।