Tuesday, 27 August 2013

गंगा में दो महिलाओं की जलसमाधि

                   
                   24 घंटे के बाद भी लाश बरामद नहीं

  पटना। बाढ़-सुखाड़-कटाव पीड़ित संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामभजन सिंह यादव ने कहा है कि हम लोगों ने बिहार सरकार को बाढ़ पीड़ितों के बारे में चेतावनी और सुझाव देते रहे। परन्तु सरकार सुझावों पर ध्यान ही नहीं दिया। 5 अगस्त,2013 को कारगिल चौक पर धरना-प्रदर्शन किया गया। उसी दिन शाम में जिलाधिकारी,पटना के कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। 13 अगस्त को मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया। 18 अगस्त को मुख्यमंत्री के आवास के सामने रैली और प्रदर्शन किया गया। 25 अगस्त को पाटीपुल दीघा में नाव दुर्घटना हो गयी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आग्रह किया गया था कि सभी नकटा दियारा ग्राम पंचायत के लोगों को सुरक्षित स्थान में पहुंचा दें। ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना हो सके।

बिहार में सचमुच सुशासन है ?
सुशासन का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है कि कल 25 अगस्त,2013 को करीब 4 बजे पटना के दीघा घाट के पास गंगा नदी में सरकारी नाव और बालू ढोने वाली नाव के बीच में टक्कर हो गयी और सरकारी नाव डूब गयी। इसमें 2 महिलाओं की जलसमाधि हो गयी। दुर्घटना के 3 घंटे के बाद स्थानीय प्रशासन और नेशनल डिजास्टर रेस्पांस फ़ोर्स डूबे और अन्य लोगों की सूधि लेने और बचाने पहुंची। दीघा पाटीपुल मीनार घाट से सवारी लेकर सरकारी नाव आगे बढ़ी थी। संख्या के बारे में अलग-अलग गिनती बतायी जा रही है। 35 से 80 तक संख्या बतायी जा रही है। इस बीच बालू ढोने वाली नाव बालू उतार कर पश्चिम की ओर होकर ब्रह्मचारी शेरपुर जा रही थी। जो सरकारी नाव में आकर टक्कर मार दी। सामने से टक्कर मारने से सरकारी नाव डूबने लगी। किसी तरह से सरकारी नाव में सफर करने वालों को बालू ढोने वाली नाव पर चढ़ाया गया। इस क्रम में दो महिलाएं जलसमाधि ले ली। अभी तक लाश बरामद नहीं हो सकी है। फिलवक्त मृतकों के परिजन और एनडीआरएफ की टीम लाश को बरामद करने में सफल नहीं हो सके हैं। मृतकों को खोजने वाले परिजन संजय राय,बलिराम राय,अजय राय और राजू राय हैं। ये लोग सोनपुर थानान्तर्गत संबलपुर तक गये थे। वहीं एनडीआरएफ की टीम 20 किलोमीटर तक आगे तक गये हैं।

बालेश्वर राय के द्वारा दीघा थाने में एफआईआर पेश कियाः
नकटा दियारा ग्राम पंचायत के निवासी बालेश्वर राय ने दीघा थाना में जाकर लिखित एफआईआर पेश किया है। एफआईआर में कहा गया है कि 25 अगस्त,2013 को संध्या 4 बजे मेरी पत्नी बसमतिया देवी(35 साल) चिकित्सक से इलाज करके घर जा रही थीं। जिस नाव पर सवार होकर बैठी थीं वह सरकारी नाव थी। आगे लिखा है कि मेरी पत्नी जिस नाव पर सवार थीं। उसे नाव में बालू ढोने वाली बड़ी नाव ने टक्कर मार दी।  टक्कर लगने से सवारी वाली सरकारी नाव डूब गयी। उक्त नाव में मेरी पत्नी सवार थीं और वह भी नाव के साथ डूब गयी। इसी नाव में कमलेश राय की पत्नी गुड़िया देवी(25 साल) भी सवार थीं। वह भी डूब गयी। दीघा थाने के थानाध्यक्ष से आग्रह किया गया है। एफआईआर दर्जकर लाश बरामद करने की कृपा करेंगे। ताकि हिन्दू रीति रिवाज से दाह संस्कार कर सके।

साहेब राय ने भी दीघा थाने में जाकर एफआईआर पेश कियाः
नकटा दियारा ग्राम पंचायत के निवासी स्व. रघुवंश राय के पुत्र साहेब राय ने दीघा थाने के थानाध्यक्ष के पास जाकर लिखित एफआईआर पेश किया है। एफआईआर में कहा गया कि मेरी नाव सरकारी है। जो जनता की सेवा में लगी थी। दिनांक 25 अगस्त,2013 को करीब 4 बजे दीघा पाटीपुल मीनार घाट से 25 व्यक्तियों को लेकर नकटा दियारा के लिए जा रहा था। नदी के धारा में जाने पर एक बालू ढोने वाली नाव सरकारी नाव में आकर टक्कर मार दी। टक्कर लगने से सरकारी नाव डूबने लगी। जब नाव डूबने लगी तो सरकारी नाव के सवारी को उतारकर बालू ढोने वाली नाव पर चढ़ाने लगा। ऐसा करने से बहुत आदमियों को जलसमाधि होने से बचाया जा सका। फिर कुछ आदमी डूब भी गये। आगे लिखा गया है कि एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई किया जाए।

बाढ़-सुखाड़-कटाव पीड़ित संघर्ष मोर्चा की मांगः
बाढ़-सुखाड़-कटाव पीड़ित संघर्ष मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामभजन सिंह यादव ने सरकार से मांग की है कि बालेश्वर राय की पत्नी बसमतिया देवी और कमलेश राय की पत्नी गुड़िया देवी का लाश बरामद किया जाए। दीघा थाना में बालेश्वर राय और साहेब राय के द्वारा प्रेषित आवेदन को ही आधार मानकर एफआईआर दर्ज किया जाए। मृतकों को 5 लाख रूपए और 1 व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।

सरकार की उदासीनता के कारण परेशान लोगः
नकटा दियारा ग्राम पंचायत के मुखिया अयोध्या राय हैं। नकटा दियारा में में 5 हजार घर है। यहां के आबादी 30 हजार है। इसमें 1500 घर कटाव के मुंह में समा गया है। 80 प्रतिशत लोग बेहाल हैं। ढाई फीट पानी दियारा क्षेत्र में ताडंव बचा रहा है। अधिकांश लोग बीपीएल श्रेणी में हैं। दीघा बिन्दटोली के लालधारी महतो की पत्नी इन्द्रपति देवी की मौत गंगा में डूबने से हो गयी। यह हादसा तीन साल पहले हुई थी। अभी दीघा बिन्द टोली में गंगा नदी का पानी हेल गया है। पश्चिम और उत्तरी ओर से हवा नहीं चलने के कारण कटाव तेज नहीं है।

आलोक कुमार