Tuesday 28 February 2017

110 सफल प्रशिक्षित बच्चियों को प्रमाण-पत्र मिला






पटना। आज प्रमाण-पत्र वितरित किया गया। सिस्टर डोरॉथी फर्नांडीस द्वारा आश्रय अभियान नामक गैर सरकारी संस्था संचालित है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधायक डॉ. संजीव चौरसिया जी थे। 110 सफल प्रशिक्षित बच्चियों को प्रमाण-पत्र मिला। 

आज महिलाओं और प्रशिक्षित छात्राओं की जिदंगी में महत्वपूर्ण दिन रहा। आश्रय अभियान के संरक्षण में सिलाई,कढ़ाई एवं ब्यूटीशियन आदि ट्रेडों का 9 माह तक प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण उपरांत आश्रयहीन महिलाओं एवं प्रशिक्षित छात्राओं को प्रमाण-पत्र मिला। पटना गांधी मैदान के निकट गांधी संग्राहालय में आश्रय अभियान की निर्देशिका सह सचिव सिस्टर डोरॉथी फर्नांडीस की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दीघा विधान सभा के  विधायक डॉ.संजीव चौरसिया थे। सभी महिलाएं एवं छात्राओं ने टी.वी.टावर, गायघाट,दीघा,कौशल नगर,चितकोहरा एवं मनेर सिलाई केन्द्रों में प्रशिक्षण प्राप्त किये।

कार्यक्रम स्थल गांधी संग्राहालय में प्रशिक्षित महिलाएं और प्रशिक्षित छात्राओं ने अपनी कलाकृति को प्रदर्शित किये। इससे साबित हो रहा था कि इनके शिक्षिकाएं बेहतर से बेहतर प्रशिक्षण दिये हैं और काबिल बना दिये कि जिदंगी में कुछ कर सके। बताते वाली बात है कि महिलाएं और प्रशिक्षित छात्राओं ने अपनी कलाकृतियों को दीवार पर टांगकर प्रदर्शित किये और स्टेज पर आकर माइक से चिल्लाकर साबित करने लगे कि हम खुद्दार हो गये हैं। हमलोगों को पंख लग गयी है। अब संसार में विचरण एवं चुनौती देने लायक बन गयी हूँ।

मौके पर महिलाओं एवं प्रशिक्षित छात्राओं ने ओजस्वी भाषण,कविता,गीत आदि प्रस्तुत कर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों को मंत्रमुग्ध कर दिये। सोनाली कुमारी ने महिलाओं की भूमिका,हेमलता सिंह ने महिलाओं की समस्या, सूफी परवीन ने लड़कियों की समस्या,गीतांजलि ने क्या-क्या सीखे, अंजलि ने हुनर,रूचि ने महिला सशक्तिकरण, मनीषा सिंह ने भाषण, खुशबू,नीरा,सूफी ने गाना, मिन्नता, अमरीता,रेखा आदि ने गीत एवं असगरी ने कविता गाकर कार्यक्रम में चार-चांद लगा दिये।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करने वाली आश्रय अभियान की निर्देशिका सह सचिव सिस्टर डोरॉथी फर्नांडीस ने कहा कि हमें या अभिभावकों को अपने बच्चियों को इतना हुनरमंद अवश्य ही बना देना चाहिए कि वे अपने पैरों पर खड़ा हो सके। वह किसी का बोझ न बनें। दुर्भाग्य से आज की महिलाएं सिर्फ अपने पति या पुरूष वर्ग पर आश्रित रहते हैं। जिससे पुरूष वर्ग के सामाजिक,आर्थिक, शारीरिक,मानसिक, राजनैतिक आदि शोषण को सहने को बाध्य हो जाते हैं। हमलोगों ने खुद्दार बनने का द्वार खोल रखा है। आप आएं और प्रशिक्षण उपरांत खुद्दार बन जाएं। 

आगे सिस्टर डोरॉथी फर्नांडीस ने कहा कि सरकार के समाज कल्याण मंत्रालय से महिलाओं की समस्या, स्वावलम्बन एवं महिला सशक्कितकरण पर जमीनी स्तर पर कार्य करने की जरूरत है। इस तरह की अपील कर रही हूँ। यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि जो 110 महिलाएं और छात्राओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किये हैं उनमें से लगभग 60 महिलाएं और छात्राओं ने अपने परिवार के आर्थिक कठिनाइयों को पार कर देने मेेें योगदान देने लगी हैं। उनके परिवार में आर्थिक दिक्कत कम से कम होने लगी है। इसके बावजूद भी महिलाओं को जागरूक होने की जरूरत है। अनेकानेक योजनाएं हैं उससे किस तरह से हम लाभ उठा पाएंगे। इस तरह कुशलता होने की जरूरत है। 

दीघा विधान सभा के विधायक डॉ. संजीव चौरसिया ने कहा कि आश्रय अभियान के द्वारा बहुत ही सुन्दर कार्य किया जा रहा है। गांवघर की महिलाओं और बच्चियों को निकालकर हुनरमंद किया जा रहा है। इस योग्य बनाया जा रहा है कि अपने पैरों पर खड़ा हो सके। आश्रय अभियान को हर संभव सहायता करने का आश्वासन दिया। साथ में केन्द्र का विस्तार करने पर बल दिया। अभी 6 जगहों पर ही केन्द्र है। इसे एक दर्जन तक कर लेना चाहिए।

आलोक कुमार

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