Monday 9 September 2013

बिहार से समाजसेवियों का प्रथम जत्था रवाना



हिमालयन सुनामी पीड़ितों के पुनर्वास में देंगे योगदान

वहां पर गायत्री कुंज और एकता परिषद के द्वारा कार्य किया जा रहा है

पटना। एकता परिषद,बिहार की संचालन समिति की सदस्या मंजू डुंगडुंग ने शनिवार को बताया कि  बिहार से समाजसेवियों का प्रथम जत्था रवाना हो गया है। जत्था वहां पर जाकर आपदा पीड़ितों को पुनर्वास कार्य में लगी गायत्री कुंज और एकता परिषद के कार्य में योगदान करने लगेंगे। जमुई,दरभंगा,कटिहार,अररिया,पटना आदि जिले से 21 सदस्यीय समाजसेवियों का जत्था उत्तराखंड रवाना हो गया।

 उत्तराखंड में पहले से ही गायत्री कुंज और एकता परिषद के द्वारा हिमालयन सुनामी पीड़ितों के बीच में शानदार कार्य किया जा रहा है। वहां पर एकता परिषद,बिहार के समाजसेवियों का प्रथम जत्था अन्य प्रदेशों से आये समाजसेवियों के साथ मिलकर हिमालयन सुनामी पीड़ितों के बीच में कार्य और सहयोग प्रदान करेंगे। हिमालयन सुनामी पीड़ितों का पुनर्वास संबंधी कार्य में भी सहयोग प्रदान करेंगे। बिहार से जाने वालों में विश्वनाथ सिंह, मैनेजर राउत, संतों मांझी, इतवारी सदा, कैल राम, विघ्यानंद यादव, आदि जा गये हैं। इस जत्थे का नेतृत्व शिवनाथ पासवान कर रहे हैं।

  इन समाजसेवियों को हिमालयन सुनामी के मकान और झोपड़ी निर्माण करने में जो समान लगेगा उसे पहाड़ की तलहटी से लेकर पहाड़ के ऊपरी हिस्से तक पहुंचाना होगा। इसके अलावे जरूरत पड़ने पर अन्य कार्य में तिनका जोड़जोड़कर मकान बनाने में सहायक भी बनेंगे

  इसके पहले चयनित सभी जिला के समाजसेवी पटना आए। पश्चिमी बेलीरोड, पटना में स्थित प्रगति ग्रामीण विकास समिति के प्रगति भवन में ठहरे। एकता परिषद के राष्ट्रीय समन्वयक प्रदीप प्रियदर्शी ने समाजसेवियों का स्वागत किये। और मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएं दिये। इस अवसर पर संजय कुमार सिन्हा, मालाश्री, थोमस पूर्ति, दौलत कुमार अकेला, सन्नी पासवान, जिशान खान आदि उपस्थित थे।
 इसके बाद पटना जंक्शन में चले गये। पटना जंक्शन से मगध एक्सप्रेस पकड़े। मगध एक्सप्रेस से दिल्ली उतरने के बाद जन ताब्दी एक्सप्रेस से उत्तराखंड रवाना हो जाएंगे। वहां पर 10 से 15 दिनों तक ठहरकर कार्य करने के उपरांत वापस बिहार जाएंगे। इसके बाद आवश्यक हुआ तो द्वितीय समाजसेवियों का जत्था रवाना होगा।

आलोक कुमार