Friday 6 September 2013

अभी 12 जिले के 102 राहत शिविरों में 33376 बाढ़ पीड़ित पनाह लिये हैं



शुरूआती दौर में 82 शिविर में 21565 को बढ़ाने के बाद 89 शिविर में 23273 पनाह लिये थे

पटना। आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार बक्सर जिले में 11 और सारण जिले में 4 शिविर खोला गया है। उसमें बाढ़ पीड़ितों की सेवा कार्य शून्य दिखाया गया है। सबसे अधिक 23-23 शिविर भोजपुर और मुंगेर जिले में खोला गया है। मुंगेर जिले में सर्वाधिक 16433 बाढ़ पीड़ित पनाह लिये हुए हैं।
 इस  बीच आपदा प्रबंधन विभाग की मंत्री डा0 रेणु कुमारी और विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी नाव से गंगा नदी से घिरे बाढ़ पीड़ितों के बीच में पहुंच रहे हैं। जो अभी भी राहत शिविर में नहीं आये हैं। उनको शिविर में जाने का सुझाव और व्यवस्था कर रहे हैं। अगर शिविर में नहीं आते हैं तो उनको सूखा सामग्री दी जा रही है। वहीं शिविर में रहने वालों ने आरोप लगाया है कि समुचित सुविधा शिविर में नहीं दी जा रही है। क्षेत्र के बाहर का आदमी कहकर राहत से महरूम किया जा रहा है।
 आपदा प्रबंधन विभाग से जारी जानकारी के अनुसार पटना जिले में 6 जगहों पर शिविर लगाया गया है। इसमें 2836 बाढ़ पीड़ित रह रहे हैं। भोजपुर जिले में 23 जगहों पर शिविर लगाकर 3500 लोगों को सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। बेगुसराय जिले में 21 जगहों पर शिविर लगाकर 6000 लोगों को पनाह दिया गया है। मुंगेर जिले में 23 जगहों पर शिविर लगाकर 16433 लोगों को राहत दी जा रही है। समस्तीपुर जिले मे 3 जगहों पर 1800 लोग फायदा उठा रहे हैं। भागलपुर जिले में 10 जगहों पर शिविर लगाकर 1672 लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा हैं वैशाली जिले में मात्रः 1 शिविर लगाकर 1135 लोगों को सुविधा दी जा रही है।
आलोक कुमार