Sunday 13 October 2013

नौ महीने के बाद भी मनोज कुमार भूला नहीं है




मां- बाप को अफसोस है कि ‘साहब ने फुटव्वल कौड़ी भी नहीं दिये

दानापुर। आपके सामने रहा यह सवाल 13 जनवरी,2013 को कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट पर बैठने वाले व्यक्ति का नाम बताना है? ऑप्शन नम्बर 1 मनोज वाजपेयी, ऑप्शन नम्बर 2 मनोज सर और अंत में ऑप्शन नम्बर 3 मनोज कुमार। आपकी सहायता में तस्वीर पेस्ट कर दी गयी है। हां, आपका जवाब है ऑप्शन नम्बर 3 मनोज कुमार यह बिल्कुल ही सही है। जी, 13 जनवरी,2013 को महानायक अभिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर मनोज कुमार बैठे थे। आज 13 अक्तूबर,2013 को अपने घर की सीढ़ी पर पीढ़ई पर बैठकर मनोज कुमार पत्रकारों के सवालों के जवाब दिया। आज भी उस पल की घुमाड़ी को मनोज कुमार निकाल नहीं पाया है। शायद ताउम्र स्मरण करते ही रहेगा।

कैसे पहुंचे मनोज कुमार हॉट सीट तकः
पटना जिले के दानापुर प्रखंड के अन्तर्गत ग्राम पंचायत जमसौत आता है। इस पंचायत में जमसौत मुसहरी है। 110 घरों में 375 से अधिक महादलित मुसहर समुदाय के लोग रहते हैं। इन लोगों का सामाजिक-आर्थिक स्तर को ऊपर उठाने में मिशनरी फादर फिलिप मंथरा और पद्मश्री सिस्टर सुधा वर्गीस को जाता है। इनके कुशल नेतृत्व में अभी तक 15 मैट्रिक, 8 आई00 और 1 बी00 उर्त्तीण हो सका है। अभी विट्टेश्वर सौरभ नामक महादलित बिहार शिक्षा परियोजना में सहायक साधनसेवी हैं। इसके साथ एमएसडब्ल्यू कर रहे हैं। महानायक अभिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने वाले मनोज कुमार प्लस टू कर रहे हैं। उनका कहना है कि शोसित समाधान केन्द्र के संस्थापक निदेशक ज्योति कुमार सिन्हा, पूर्व आईएएस की पुत्री मुम्बई में रहती हैं। उनके ही प्रयास से कौन बनेगा करोड़पति में चैरिटी शो संभव हो सका। निदेशक महोदय ने कहा कि आपको चैरिटी शो में सहभागी बनना है। जमकर एक माह पढ़े। अखबार,बुक,सामान्य ज्ञान की किताब आदि चाटना शुरू कर दिये। 5 जनवरी,2013 को शुटिंग की गयी और 13 जनवरी को प्रसारित किया गया।

सिने कलाकार मनोज वाजपेयी और मनोज सर का सहयोग मिलाः
हम लोग तीनमनोजहो गये। अव्वल सिने कलाकार मनोज वाजपेयी, द्वितीय शोसित समाधान केन्द्र के छात्र मनोज कुमार और तृतीय शोसित समाधान केन्द्र के शिक्षक मनोज सर हैं सिने कलाकार मनोज वाजपेयी और केन्द्र के छात्र मनोज कुमार कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट पर बैठे थे। केन्द्र के मनोज सर अभिभावक के रूप में बैठे थे। इसे 13 जनवरी,2013 को प्रसारित किया गया। हम दोनों ने मिलकर 25 लाख रूपए जीते। जो शोसित समाधान केन्द्र को दान कर दिया गया। इस बाबत पहले से ही जानकारी दे दी गयी थी।

 बेटा के कारण मां-बाप भी सुर्खियों में आयेः
 पच्चीस लाख रूपए के विजेता मनोज कुमार के पिता जी महेश मांझी एक खेतिहर मजदूर और मां शांति देवी , आंगनबाड़ी केन्द्र की सहायिका हैं। इन दोनों के चार संतान हैं। सीमा देवी, मनोज कुमार, अनोज कुमार और सनोज कुमार हैं। मनोज कुमार और अनोज कुमार शोशित समाधान केन्द्र में अध्ययनरत हैं। केन्द्र में 300 बच्चे पढ़ते हैं। सब के सब महादलित मुसहर समुदाय के हैं। सनोज कुमार जमसौत में ही अध्ययनरत हैं। कौन बनेगा करोड़पति गेम शो के मनोज कुमार की मां शांति देवी कहती हैं कि उसे बाल्यावस्था में पोलियो रोग हो गया था। काफी रकम व्यय करने से ठीक हो सका है। इसमें मनोज कुमार भी हां में हां मिलाया और कहा कि काफी परेशानी के बाद बेहतर ढंग से चल फिर पा रहा हूं। प्रारंभ में चलने से गिर जाता था। आंगनबाड़ी कोड नम्बर 25 की सहायिका शांति देवी को से डेढ़ हजार रू0 मानदेय मिलता है। सेविका सीता देवी को तीन हजार मिलता है। शांति देवी ने मानदेय को जमा करके इंदिरा आवास योजना की राशि 45 हजार रू0 में मिलाकर छत निर्माण करने में सफल हो गयी है। शांति देवी के पति महेश मांझी खेत में काम करते हैं। 60 रू0 मजदूरी मिल जाता है।

मां-बाप को अफसोस है किसाहबने फुटव्वल कौड़ी भी नहीं दियेः
आंगनबाड़ी सहायिका शांति देवी का स्पष्ट कहना है कि हम लोग गरीब हैं परन्तु लालची नहीं हैं। हां, डंके के चोट पर कहना चाहती हूं कि शोसित समाधान केन्द्र के संस्थापक निदेशक ज्योति कुमार सिन्हा, पूर्व आईएएस साहब ने मनोज कुमार की गरीबी को दूर करने की कोशिश नहीं किये। जीती गयी राशि में से प्रोत्साहन के रूप में कुछ भी तो थमा देते। पर साहब ने नहीं रकम थमायी। यह जरूर ही सवाल पैदा करता है। हम महादलित दूसरों के ही तकदीर और तस्वीर बनाने में लगे हुए हैं। वोट में राजनीतिज्ञों को धनोपार्जन करने में एनजीओ के सहायक बन जाता है। गया जिले के अतरी प्रखंड में रहने वाले पर्वत पुरूष दशरथ मांझी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ क्षणों के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा दिये। उसी तरह मनोज कुमार को कौन बनेगा करोड़पति के हॉट सीट पर बैठा दिया गया। अब तो गांव में आकर मनोज कुमार पीढ़ई पर ही बैठने को बाध्य हो रहे हैं।
आलोक कुमार