Monday 14 October 2013

बाल विवाही मिन्ता देवी ससुराल मोहनपुर गांव चली गयीं




दानापुर। गरीबी के कारण एक पिता को कुछ समझ में नहीं आता है। किसी तरह से अपनी लाडली बेटी की शादी करके गंगा स्नान कर लेना चाहता है। पिता के सामने बेटी की शादी करने का जुनून सवार रहता है। दामाद का चयन ठीक ढंग से नहीं कर पाता है। दामाद चाहे अधेड़,शराबी,अपराधी,बदचलन आदि क्यों हो। इसकी परवाह नहीं करता है। वहीं जिस व्यक्ति के साथ बिटिया को जीवनभर रहना है उससे सहमति भी नहीं लिया जाता है। बस शादीनुमा बंधन में खुट्टे से बांध देना है। इस तरह के गलत निर्णय लेने से दो परिवार तबाह हो जाता है। इसके भुक्तभोगी भी गलत राह पर भटक जाते हैं। इसी तरह की मिलीजुली खबर प्राप्त हुई है।

जमसौत मुसहरी में रहने वाले शबारू मांझी ने किया बेटी का बाल विवाहः
पटना जिले के दानापुर प्रखंड में जमसौत ग्राम पंचायत है। इसी पंचायत में जमसौत मुसहरी है। यहां पर महादलितों के 110 घर है। जनसंख्या 375 से अधिक की है। यहीं पर शबारू मांझी और लगनी देवी रहते हैं। इनकी बेटी मिन्ता देवी है। 12 साल की अवस्था में मिन्ता कुमार की शादी कुणाल मांझी के संग 2002 में कर दी गयी। 13 वर्षीय कुणाल मांझी का घर मोहनपुर, विक्रम थानान्तर्गत है। शादी होने के बाद बाल विवाही मिन्ता देवी ससुराल मोहनपुर गांव चली गयीं। वहीं पर जाकर रहने लगीं। दोनों नवविवाहित खुशहाल रहने लगे। आज जबकि कुणाल मांझी 23 साल और मिन्ता देवी 22 साल की हो गयी है। फिर भी दोनों निःसंतान हैं। मिन्ता देवी कहती हैं कि मासिक स्त्राव में खराबी है। इसके कारण गर्भधारण नहीं हो पाता है। एक बाद गर्भधारण हुआ तो दवा खाकर ठीक हुए थे। इसके बाद फिर से गर्भधारण नहीं हो सका।

मियां-बीबी के बीच मेंवहका  प्रवेशः
कुणाल मांझी के घर मोहनपुर गांव के बगल में ही सिताब यादव रहते हैं। सिताब यादव गरीब परिवार के गरीब व्यक्ति हैं। उनके 4 लड़की और 2 लड़के हैं। इनमें से ममता कुमारी नामक लड़की का झुकाव और स्नेह कुणाल मांझी और मिन्ता देवी के साथ हो गया। गांवघर के रिश्ते में कुणाल मांझी को ममता कुमारी चाचा कहती थीं और कुणाल की पत्नी को चाची कहा करती थी। इस तरह का संबंध बन गया जहां संबंध उच्च और जाति नीचे दिखायी देने लगा। महादलित मुसहर समुदाय के कुणाल और पिछड़ी जाति की ममता हैं। खानपान में किसी तरह का भेदभाव नहीं होता था। किसी अनहोनी से बेफिक्र मिन्ता ने भी पारिवारिक संबंध को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ रखी थी। मिन्ता और ममता में समानों का आदान-प्रदान भी होने लगा। इस तरह मियां-बीबी के बीच में ममता कुमारीवहबनकर गयी।

बेटी की बढ़ती उम्र को देखकर ममता की कर दी शादीः
एक गरीब पिता सीताब यादव ने मजबूरी में आकर अपनी 17 साल की लाडली बेटी ममता कुमारी की शादी एक अधेड़ व्यक्ति से रचा दी। अधेड़ व्यक्ति और ममता के संग जोड़ी नहीं बैठी। आज भी अधेड़ ममता को बहुत चाहता है। मगर ममता देवी अधेड़ के संग रहना नहीं चाहती थीं। इसको लेकर ममता और सीताब यादव के साथ कई बार तनातनी भी हो जाती थी। इसको लेकर विवाद बढ़ भी जाता था। ममता को पूर्ण विश्वास था कि उसका सहयोग कुणाल के द्वारा मिलेगा ही। इस लिए पिता और पति के दबाव के सामने ममता झुकती नहीं थी। मौके मिलते ही इसी साल के जून माह में ममता और कुणाल भाग गये। एक-दूजे के हो गये। जाति बंधन से ऊपर उठकर प्रेम बंधन में बंध गये। इस तरह एक बार पिता ने तो दूसरी बार खुद ममता ने पति चुन लिया। अभी दोनों पति-पत्नी बनकर जम्मू-कशमीर में हनीमून बना रहे हैं। एक-दूसरे के संग नयन में नयन और दिल से दिल मिला रहे हैं। जम्मू-कशमीर में कुणाल मजदूरी करता है। किसी गिट्टी की मशीन में कार्यरत हैं। इधर ममता के पिता सीताब यादव और कुणाल मांझी की पत्नी मिन्ता देवी का बुरा हाल है। सीताब यादव के निशाने पर कुणाल और मिन्ता हैं। एक बार सीताब यादव ने मिन्ता देवी को मारने पर उतारू हो गये थे किसी तरह से मिन्ता जान बचाकर भागने में कामयाब हो सकी।

कुणाल के वियोग में मिन्ता की संगाई करने का प्रयासः
इस साल जून माह में कुणाल मांझी बेवहा हो गया। बाल विवाही पत्नी मिन्ता देवी को छोड़ गया। सरकार के द्वारातारबंद होने के बाद कुणाल मांझी मोबाइल से मिन्ता देवी के संग बातचीत करता है। बातचीत के दरम्यान कहता है कि कभी भी मेरी हत्या कर दी जा सकती है। वहीं इश्क में पागल मोबाइल से मिन्ता देवी को राह के कांटे नहीं बनने की नसीहत देती है। भद्दी गालियां देती है। इससे कुणाल मांझी की पत्नी मिन्ता देवी का बुरा हाल हो गया है। बेवफा कुणाल से मोहभंग करने के लिए मिन्ता देवी की मां लगनी देवी ने मिन्ता देवी की संगाई करवाने में उतारू हैं। मगर मिन्ता देवी संगाई करना चाहती नहीं है। रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। इसके रोने से कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है। मिन्ता देवी की मां लगनी देवी ने निर्णय कर लिया कि मिन्ता देवी की संगाई कर दी जाए। पति शबारू मांझी के परलोक चले जाने के बाद लगनी देवी ने खुद ही मिन्ता देवी की संगाई करने के लिए कमर कंस ली है। फुलवारीशरीर प्रखंड में स्थित कुरकुरी मुसहरी में रहने वाले राजकुमार मांझी के संग संगाई करने का निश्चय किया गया है। राजकुमार मांझी विधुर हैं। चार बच्चों के पिता है। अगर मिन्ता देवी की संगाई राजकुमार मांझी के संग हो जाता है तो मिन्ता देवी को उपहार में चार बेटों का सेट मिल जाएगा। बिना प्रसव पीड़ा के ही चार बेटों की मां मिन्ता देवी बन जाएगी। संगाई होने के पूर्व मिन्ता देवी ने पेड़ के नीचे आपबीती बयान कर दी।

आलोक कुमार