Wednesday 2 October 2013

जब मैं रनसिंह अंकल को सहयोग न कर सका........


पटना। मैं दौलत कुमार, प्रदीप प्रियदर्शी, आलोक कुमार और सनी कुमार खबर सुनकर पटना के पॉश एरिया में स्थित जगदीश मेमोरियल हॉस्पिटल में रनसिंह अंकल की पत्नी यानी आंटी को देखने गये। आंटी को कैंसर हो गया था। सुनकर बहुत ही कष्ट पहुंचा। आंटी ऑपरेशन कक्ष में चली गयी थीं। रनसिंह अंकल कहें कि आंटी का ब्लड ग्रुप ‘ए’ पॉजिटिव है। अव्वल आलोक भाई कहें कि मैं भी ‘ए’ हैं। अगर जरूरत पड़े तो मैं रक्तदान करने को तैयार हूं। आलोक भाई के पीछे दौलत कुमार भी नहीं रहा। अपनी आंटी को रक्तदान करने में थोड़ा संकोच नहीं किया। उसने भी आंटी को रक्तदान करने को तैयार हो गया। मगर हम दोनों को रक्तदान करने की जरूरत पड़ी।
कुछ दिनों के बाद मालूम हुआ कि आंटी का निधन हो गया है।
काफी दुख हुआ। इसके बाद एकता परिषद बिहार के समस्त साथियों ने एक शोक सभा कर आंटी जी को श्रद्धांजलि अर्पित किये। इस आफत की घड़ी में हम लोग अंकल के साथ हैं।
दौलत कुमार