झारखंड
। मानवाधिकार के क्षेत्र में शानदार
कार्य करने वाले
मानवाधिकार कार्यकर्ता ग्लैडसन डुंगडुंग
जर्मनी और थाईलैंड
के दौरे पर
जाएंगे। इस बात
की जानकारी सुनील
मिंज,अध्यक्ष जे.एच.आर.एम.ए.,
रांची, झारखंड ने दी
है। उनका 14 दिवसीय
विदेश यात्रा है।
इस दौरान कई
कार्यक्रमों में हिस्सा
लेकर आदिवासी समुदाय
के मुद्दे पर
अपना महत्वपूर्ण विचार
व्यक्त करेंगे।
झारखंड
के जानेमाने मानवाधिकार
कार्यकर्ता और झारखंड
ह्यूमन राईट्स मूवमेंट के
जेनरल सेक्रेटरी ग्लैडसन
डुंगडुंग 8 से 21 अक्टूबर, 2013 तक
जर्मनी और थाईलैंड
के दौरे पर
होंगें। वे जर्मनी
के कसेल शहर
में स्थित ‘‘आदिवासी
कॉ-ऑर्डिनेशन’ नामक
संगठन द्वारा बर्लिन
में 11 से 13 अक्टूबर, 2013 तक
आयोजित आदिवासियों के अन्तर्राष्ट्रीय
सम्मेलन में ‘आदिवासियों
की वैकल्पिक अर्थव्यवस्था’
पर व्याख्यान देंगे।
इसी बीच वे
जर्मनी के संसदों
से मुलाकत कर
भारत के आदिवासियों
के मुद्दों को
भी विश्व पटल
पर रखने हेतु
चर्चा करेंगे। इस
सम्मेलन में भारत
से प्रतिनिधि के
तौर पर उनके
साथ आदिवासी विमेंस
नेटवर्क की समन्वयक
एलिना होरो और
आदिवासी बुद्धिजीवी बिनीत मुंडू
भी शामिल होंगे।
इसके
बाद 14 अक्टूबर को ग्लैडसन
डुंगडुंग थाईलैंड के लिए
रवाना होंगे, जहां
एशियन इंडिजिनस पीपुल्स
पैक्ट नामक संगठन
द्वारा 16 से 19 अक्टूबर, 2013 तक
चियंग मई शहर
में मानव अधिकार
और अदिवासी अधिकार
पर आयोजित कार्यशाला
में शामिल होंगे,
जहां वे आदिवासी
इलाकों में व्यापक
पैमाने पर हो
रहे हिंसा, अन्याय
और अत्याचार पर
विचार रखेंगे। इसके
साथ ही वे
आदिवासियों के अधिकारों
पर काम करने
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को राज्य
प्रायोजित हमला से
निपटने की संवैधानिक,
कानूनी और लोकतांत्रिक
सम्मत रणनीति पर
भी विचार रखेंगे।
इस कार्यशाला में
एशिया के कई
देश शामिल होंगे।
आलोक
कुमार