
एक
बार ईसाई
धर्मावलम्बी दोपहर में भी चर्च
गए। प्रेरितों
की रानी
ईश मंदिर
के प्रधान
पल्ली पुरोहित
फादर जोनसन
ने येसु
की भूमिका
अदा करके
14 मुकाम का
संचालन किया।
इसके बाद
ईश मंदिर
के सहायक
पल्ली पुरोहित
फादर रेमी
साह ने
कहा कि
आज का
दिन महत्वपूर्ण
हैं। येसु
ने मौत
को गले
लगाने के
पहले सलीब
पर लटके
6 घंटे में
संसार भर
के लोगों
को 7 वाक्य
में सबक
प्रदान करके
चले गए।
हे ! प्रभु
सलीब पर
चढ़ाने वालों
को क्षमा
प्रदान कर
देना कि
वे नहीं
जानते कि
क्या कर
रहे हैं ?
संसार के
कोने - कोने
में जाकर
पवित्र सुसमाचार
सुनाओं और
पाप क्षमा
करो। जिनके
पाप क्षमा
करोंगे उसके
पाप क्षमा
हो जाएगा
जिसका पाप
क्षमा नहीं
करोंगे पाप
क्षमा नहीं
होगा। अपनी
मां को
योहन के
हवाले करके
कहते हैं
कि मां
को स्वीकार
करों। ये
तुम्हारी मां
हैं। मां
और पुत्र
के बीच
उत्तराधिकारी का संबंध प्रगाढ़
कर गए।
येसु कहते
हैं कि
हे ! मेरे
ईश्वर , हे
! मेरे ईश्वर
तू ने मुझे क्यों त्याग
दिया। संसार
भर के
पाप के
बोझ से
येसु का
कंधे झूक
गया था।
इसके कारण
ईश्वर के
सानिध्य नहीं
हो पाए
थे। मैं
प्यास हूं।
पवित्र परमप्रसाद
संस्कार का
स्थापना करने
के बाद
कुछ भी
आहार ग्रहण
किए थे।
तब इनको
पित्त भरा
सिरका दिया
गया था।
अब पूरा
हो गया।
लोगों का
विलाप ईश्वर
से हो
गया। येसु
ने प्राण
आहूति कर
दिए। अन्त
में मैं
अपनी आत्मा
को आपको
सौंप दे
रहा हूं।
इनका मिशन
समाप्त हो
गया।

किसी
सामाजिक व्यक्ति
के द्वारा
गर्मी को
ध्यान में
ठंडा पानी
का प्रबंध
कर रखा
था। श्रद्धालु
ठंडा पानी
पीकर उपवास
और परहेज।
Alok
Kumar
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