Fire Service
Week
continues
दानापुर। तिनका
जोड़
जोड़
कर
आशियाना
बनाए।
माचिस
की
तीली
और
शॉट
सर्किट
की
चिंगारी
से
ठौर
क्षणभर
में
ही
राख
में
तब्दील
हो
जाता
है।
आजकल
अग्निशमन
सेवा
सप्ताह
जारी
है।
जो
14 अप्रैल
को
प्रारंभ
हुआ
और
20 अप्रैल
को
समाप्त
होगा।
दानापुर स्थित
कार्यालय
में
अग्निशमन
सेवा
सप्ताह
की
शुरूआत
की
गयी।
इस
अवसर
पर
उपस्थित
कर्मियों
ने
दो
मिनट
मौनधारण
कर
मृतकों
को
श्रद्धांजलि
अर्पित
किए।
अग्निशमन
पदाधिकारी
प्रेमचन्द
राम
ने
बताया
कि
14 अप्रैल
1944 में
बम्बई
बंदरगाह
पर
पानी
के
जहाज
में
भयानक
आग
लगी
व
विस्फोट
हुआ।
इस
अग्निकांड
में
इसके
कुल
250 अग्निशमन
कर्मचारी
की
मौत
हो
गयी।
उसी
घटना
की
याद
में
अग्निशमन
सेवा
सप्ताह
मनाया
जाता
है।
श्री
राम
ने
बताया
कि
पूरे
सप्ताह
विभाग
की
ओर
से
जागरूकता
अभियान
चलाया
जाता
है।
लोगों
को
अगलगी
से
बचाव
के
उपाय
बताए
जाते
हैं।
उन्होंने
बताया
कि
फूस
के
मकान
पर
मिट्टी
गोबर
का
लेप
चढ़ाना
न
भूले।
ऐसा
करने
से
आग
लगने
का
खतरा
कम
हो
जाता
है।
बिजली
अत्यंत
उपयोगी
है
परन्तु
इसके
रख - रखाव
में
कमी
होने
से
यह
लगभग
18 प्रतिशत अग्निकांड का कारण बनती है। देहातों में
आग
से
बचाव
के
लिए
प्रत्येक
गांव
में
एक
तालाब
होना
चाहिए
जिसमें
हमेशा
पानी
भरा
रहे।
श्री
राम
ने
बताया
कि
अपने
कल
कारखानों ,
दुकानों ,
प्रेस , मनोरंजन
गृहों
, होटलों
, कार्यालय
एवं
सार्वजनिक
स्थानों
में
अग्नि
निरोध
एवं
निवारण
की
व्यवस्था
सुनिश्चित
करे।
आपके
द्वारा
फेकी
गयी
बीड़ी
, सिगरेट
का
छोटा
सा
टुकड़ा
या
माचिस
की
तीली
देश
में
16 प्रतिशत
अग्निकांडों
का
कारण
बनती
है।
इन्हें
बुझाकर
ही
फेंके।
Alok Kumar
No comments:
Post a Comment