Sunday 10 August 2014

रक्षा बंधन के दिन भाई ने लाडली बहन रूचि कुमारी के हत्यारों पर कार्रवाई करने की मांग की


रूचि कुमारी की हत्या के आलोक में आगे की कार्रवाई करने में पुलिस की रूचि नहीं
पटना। प्रत्येक साल रक्षा बंधन के दिन रूचि कुमारी भाई की कलाई पर प्यार और रक्षा की बंधन बांधती थीं। मगर इस साल ऐसा नहीं हो सका। विवाहित रूचि कुमारी के ससुराल वालों ने 25 जुलाई ,2014 को हत्या कर दी है। वहीं बिहटा थाना के थानाध्यक्ष और पुलिसकर्मी कर्तव्य निभा नहीं रहे रहे हैं। एफ . आई . आर . दर्ज नहीं करते हैं। एफ . आई . आर . दर्ज करवाने के लिए एसएसपी के समक्ष गुहार लगाना पड़ता है। तब जाकर एफ . आई . आर . दर्ज हो पाता है। इसके बाद आगे की कार्रवाई करने में रूचि नहीं दिखाते हैं।
बिहटा थाने में आकर लोगों के द्वारा पुलिसकर्मियों के समक्ष चिरौली करना पड़ता है ! : पटना जिले में है बिहटा थाना एक महिला तीन दिनों से ससुराल वालों द्वारा अपनी बेटी की हत्या का एफ० आई० आर० दर्ज करवाने के लिए थानाध्यक्ष से विनती कर रही थी उसी महिला ने पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक को फ़ोन पर सुचना दी कि मेरी बेटी की हत्या का एफ० आई० आर० दर्ज नहीं हुआ है। उसी समय एक दुसरे की बेटी की हत्या हो गयी जिसपर वरीय पुलिस अधीक्षक , पटना ने उस महिला से पूछा जो दूसरी हत्या हुई है उसके परिजन वहाँ मौजूद हैं की नहीं , इसपर उस महिला ने कहा की वह यहीं मौजूद है तब वरीय पुलिस अधीक्षक ने हमलोगों से बात की और बिहटा थाना प्रभारी को अविलम्ब करवाई करने का आदेश दिया इस आदेश के बाद हमलोगों का एफ० आई० आर० दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गयी
एक बार नहीं चार बार एफ . आई . आर . फाड़ दिया गयाः   वरीय आरक्षी अधीक्षक को फोन करने के बाद लिखित एफ़० आई० आर० थानाध्यक्ष को दिया गया। उन्होंने एक बार नहीं चार बार यह कह कर आवेदन पत्र फाड़ दिया कि एफ० आई० आर० में इतने लोगों का नाम नहीं होता है , उसके बाद हमलोगों ने दुबारा वरीय पुलिस अधीक्षक को फ़ोन लगाना चाहा जिससे डर कर बिहटा थाना प्रभारी ने हमलोगों का एफ़० आई० आर० दर्ज किया दस दिन बीत जाने के बाद भी बिहटा थाना ने मुख्य आरोपियों को पकड़ने में नाकाम दिखी आरोपियों में से एक सचिवालय कर्मी है जो गिरफ़्तारी के आदेश के वावजूद सचिवालय कार्यालय में नियमित रूप से उपस्थित हैं लेकिन पुलिस उसे भी आज तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है
जब आई . . ने हमलोगों से फोर व्हीलर लेकर आने को कहा : सभी आरोपियों के पटना में निश्चित स्थान पर छुपे रहने की जानकारी केस के आई० ओ० को दी जिसपर आई० ओ० ने हमलोगों से फोर व्हीलर लेकर आने को कहा बिहटा थाना 07 अगस्त 2014 को आरोपियों के घर छापामारी और गिरफ़्तारी के उद्धेश्य से गयी लेकिन वहाँ पर मौजूद पिंटू मुखिया ने बिहटा थाना को कानूनी करवाई करने से रोका जिस कारण बिहटा थाना पटना केस नंबर -516/14 का एक आरोपी अनीता देवी भागने में सफल रही पूरी घटनाक्रम से यह स्पष्ट प्रतीत होता है की बिहटा थाना आरोपियों के उपद्रवी और प्रभावी समर्थकों की वजह से केस को सही अंजाम तक ले जाने में सक्षम नहीं है यह भी स्पष्ट होता है की मेरा मामला एकलौता नहीं है इस थाना क्षेत्र में और भी ऐसे पीड़ित हैं जिसके पक्ष में बिहटा पुलिस सही कारवाई करने में सक्षम नहीं है श्रीमान से अनुरोध है कि आरोपियों की गिरफ़्तारी और उनके घरों की कुर्की - जब्ती के लिए बिहटा थाना की कमान आर्मी को सौंप दी जाए और बिहटा थाना पटना केस नंबर -516/14 की जांच सी० बी० आई० से और केस की सुनवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाए ताकि लोगों का भरोसा कानून में कायम रह सके।
Alok Kumar / Prabhas Chandra




Services in ,
Mr. Police Director General , Bihar .
Date -10 August two thousand and fourteen ( Promo Bandhan Day )
विषयरू - बिहटा थाना , पटना को आर्मी के हवाले करने के सम्बन्ध में
Sir ,
दुखिपुर्वक सूचित करना चाहता हूँ की मेरी बहन रूचि कुमारी की ससुराल वालों द्वारा 25 जुलाई 2014 को निर्मम हत्या कर दी गयी थी जिसकी शिकायत हमलोगों ने बिहटा थाना पटना को दी किन्तु थाना ने आरोपियों के घर और गाँव जाने से यह कहकर मना कर दिया की उस गाँव में पुलिसवालों की हीं पिटाई हो जाती है इतना ही नहीं बिहटा थाना ने एफ० आई० आर० तक दर्ज करने की हिम्मत नहीं जुटा पायी
Bihta station in the other महिला तीन दिनों से ससुराल वालों द्वारा अपनी बेटी की हत्या का एफ० आई० आर० दर्ज करवाने के लिए थाना से विनती कर रही थी उसी महिला ने पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक को फ़ोन पर सुचना दी कि मेरी बेटी की हत्या का एफ० आई० आर० दर्ज नहीं हुआ अब देखिये दुसरे की बेटी की हत्या हो गयी जिसपर वरीय पुलिस अधीक्षक , पटना ने उस महिला से पूछा जो दूसरी हत्या हुई है उसके परिजन वहाँ मौजूद हैं की नहीं , इसपर उस महिला ने कहा की वह यहीं मौजूद है तब वरीय पुलिस अधीक्षक ने हमलोगों से बात की और बिहटा थाना प्रभारी को अविलम्ब करवाई करने का आदेश दिया इस आदेश के बाद हमलोगों का एफ० आई० आर० दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गयी लेकिन हमलोगों द्वारा लिखे एफ़० आई० आर० को चार बार यह कह कर फाड़ दिया की एफ० आई० आर० में इतने लोगों का नाम नहीं होता है , उसके बाद हमलोगों ने दुबारा वरीय पुलिस अधीक्षक को फ़ोन लगाना चाहा जिससे डर कर बिहटा थाना प्रभारी ने हमलोगों का एफ़० आई० आर० दर्ज किया दस दिन बीत जाने के बाद भी बिहटा थाना ने मुख्य आरोपियों को पकड़ने में नाकाम दिखी आरोपियों में से एक सचिवालय कर्मी है जो गिरफ़्तारी के आदेश के वावजूद सचिवालय कार्यालय में नियमित रूप से उपस्थित हैं लेकिन पुलिस उसे भी आज तक गिरफ्तार नहीं कर पायी है हमलोगों ने सभी आरोपियों के पटना में निश्चित स्थान पर छुपे रहने की जानकारी केस के आई० ओ० को दी जिसपर आई० ओ० ने हमलोगों से फोर व्हीलर लेकर आने को कहा बिहटा थाना 07 अगस्त 2014 को आरोपियों के घर छापामारी और गिरफ़्तारी के उद्धेश्य से गयी लेकिन वहाँ पर मौजूद पिंटू मुखिया ने बिहटा थाना को कानूनी करवाई करने से रोका जिस कारण बिहटा थाना पटना केस नंबर -516/14 का एक आरोपी अनीता देवी भागने में सफल रही पूरी घटनाक्रम से यह स्पष्ट प्रतीत होता है की बिहटा थाना आरोपियों के उपद्रवी और प्रभावी समर्थकों की वजह से केस को सही अंजाम तक ले जाने में सक्षम नहीं है यह भी स्पष्ट होता है की मेरा मामला एकलौता नहीं है इस थाना क्षेत्र में और भी ऐसे पीड़ित हैं जिसके पक्ष में बिहटा पुलिस सही कारवाई करने में सक्षम नहीं है

अतः श्रीमान से अनुरोध है कि आरोपियों की गिरफ़्तारी और उनके घरों की कुर्की - जब्ती के लिए बिहटा थाना की कमान आर्मी को सौंप दी जाए और बिहटा थाना पटना केस नंबर -516/14 की जांच सी० बी० आई० से और केस की सुनवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में कराई जाए ताकि लोगों का भरोसा कानून में कायम रह सके
प्रतिलिपि प्रेषित - सभी गणमान्य एवं माननीय प्रप्त्कार्तागण
Your Faithful
H0 / - Dhananjay Kumar
Father - Mr Shatrughan Rai
Mohalla - Rajapul , Manpura , Gate No. 33,
PS - Pataliputra , Patna .


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