Thursday 28 August 2014

के.बी.सी.की हॉट सीट पर मां


अपनी लाडली बेटी की बीमारी पर राशि खर्च कर देगी
रांची। झारखंड प्रदेश की रांची में अर्चना तिर्की रहती हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा में एक अधिकारी हैं। इस बैंक में काम करके गौरवान्वित महसूस करती हैं। मगर अर्चना के दिल में दुख है। उनकी लाडली बेटी अन्नन्या बीमार हैं। आंख और नाक के बीच में गड्ढा और दूरी है। इसका कई बार ऑपरेशन किया गया। अन्नन्या जब 5 माह की थीं तो प्रथम ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद अन्नन्या का अंग काम करना बंद कर दिया। तो चिकित्सकों ने अन्नन्या को वेंटिलेशन पर रखा। तीन दिनों के बाद अंग में जान गयी। तब चिकित्सकों ने कहा कि वह रिकवरी कर जाएगी। वेंटिलेशन की मीटर की तरह अस्पताल का बिल उठा। किसी तरह परिवार वालों के सहयोग से बिल भुगतान कर दिया गया।
जब अन्नन्या साढ़े 5 साल की थीं: जब वह साढे़े पांच साल की थीं तो द्वितीय ऑपरेशन किया गया। इस बार उसकी बड़ी दीदी की मौत हो गयी। एक बेटी अस्पताल में और द्वितीय बेटी की मौत हो गयी। इतना कहकर अर्चना तिर्की रोने लगीं। तब महानायक अमिताभ बच्चन ने दिलासा दिया। आप काफी परिश्रम करके के.बी.सी.की हॉट सीट पर बैठ पायी हैं। आप काफी अच्छी तरह से खेलकर आगे बढ़ती जा रही हैं। आपको मालूम कि हॉट सीट पर बैठने वाले फोनो-फ्रेंड का सही उपयोग नहीं कर पाते हैं। मगर आप अर्चना तिर्की जी सफल हो गयी। आपने बखूबी सवाल को दो बार पढ़ी। उसके बाद जवाब को पढ़ीं। नतीजा फोनो-फ्रेंड का जवाब सही हो गया।
आज एक करोड़ रूपए का जवाब देगीं अर्चना तिर्की: आज एक करोड़ रूपए का जवाब देगीं अर्चना तिर्की। रांची की अर्चना तिर्की हॉट सीट पर बैठी हैं। उनके साथ अन्नन्या के पिताजी बेसिल तिर्की भी साथ में हैं। इस सर्दी के महानायक और के.बी.सी.के एंकर अमिताभ बच्चन ने सवाल दागा कि अभी टीम इंडिया ने किस मैदान पर जीत हासिल की है। ऑप्सन देने के बाद एंकर ने पूछे कि क्रिकेट में दिलचस्पी रखती हैं? हां, में जवाब आने के बाद पतिदेव जी के चेहरे पर तनाव गया। फिर भी अर्चना ने लॉड्स मैदान का नाम लेकर खेल में आगे बढ़ गयी।
आज सभी का हाथ अर्चना को आर्शीवाद देने के लिए उठेः वैसे तो अर्चना तिर्की को लाडली बेटी अन्नन्या की बीमारी को ठीक करने के लिए 25 लाख रू.की जरूरत है। अभी वह 12 वें सवाल के जवाब देकर 1 करोड़ रूपए जीतने वाली है। इनको आर्शीवाद देने की जरूरत है। अगर जवाब नहीं मालूम है तो खेल छोड़कर हटा जा सकता है। भावावेश में आकर गलत जवाब देने की जरूरत नहीं है। अगर ठीक से खेले तो जीत वाली रकम से अन्नन्या का इलाज हो जाएगा। लोभ में पड़ने की जरूरत नहीं है।
आलोक कुमार






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