Thursday 28 August 2014

पटना में भी पर्ल ग्रुप के एजेंट के चक्कर में लोग पड़ गए हैं!


पटना में भी पर्ल ग्रुप के एजेंट के चक्कर में लोग पड़ गए हैं !

पटना। बिहार में भी पर्ल ग्रुप के एजेंट सक्रिय हैं। हालांकि पंजाब , हरियाण और राजस्थान में 6 करोड़ लोगों को चूना लगा रखा है। प्रेमरानी ने 10 लाख , परमजीत ने 4 करोड़ , जयप्रकाश ने 7 साल में डेढ़ करोड़ रूपए बतौर एजेंट और खुद के रूपए पर्ल ग्रुप के हवाले कर दिए हैं। किसी ने सच ही कहावत लिख दिया है। मदारी आएगा , जाल बिछाएंगा , दाना डालेगा और लोभ से फंसना नहीं। बारम्बार कहावत पढ़ने के बाद भी लोग लोभ में फंसते चले गए।

सहारा और श्रद्धा के बाद पर्ल ग्रुप पर सेबी का डंडाः सहारा और श्रद्धा के बाद सेबी ने पर्ल ग्रुप पर डंडा चला रखा है। सीबीआई ने 50 हजार करोड़ का घोटाला का पर्दाफाश किया है। तब सेबी ने पर्ल ग्रुप से कहा है कि करीब 6 करोड़ निवेशकों के 50 हजार करोड़ रूपए वापस करने का रोड मैप 15 दिनों के अंदर तैयार कर लें। इसके बाद तीन माह के अंदर निवेशकों की हड़पी गई राशि को वापस कर दें।

सवा 6 साल के अंदर राशि दोगुना कर देने का झांसाः इस ग्रुप के द्वारा भोलेभाले लोगों को सब्जबाग दिखाया। देश - विदेश में प्लॉट है। आप तैयार रहे। उन प्लॉटों पर बसाया जा सकता है। और तो और   6 से सवा 6 साल के अंदर निवेशकों की राशि दोगुनी कर देने का वादा किया गया। 2005 से जमा करने वाले निवेशकों की अवधि पूरी हो गयी है। पर्ल ग्रुप के कार्यालय में जाने से अधिकारी केयर ही करते हैं। अब अधिकारी स्वंय केयर करके दबंगों को केयर करने के लिए रख लिए हैं। आने वाले लोगों का केयर ठुकाई करके करते हैं।

पटना नगर निगम अर्न्तगत शबरी कॉलोनी में भी एजेंट धांवा बोल दिएः  पर्ल ग्रुप के एजेंट के निशाने पर बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बिरादरी हैं। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर एक में शबरी कॉलोनी है। यहां पर महादलित मुसहर समुदाय के गरीब लोग रहते हैं। यहां के गरीबों को राशि दोगुनी कर देने का लोभ देकर राशि जमा करवाने लगे। स्व . केदार मांझी की बेटी सुगवा देवी भी 50 रू . डेली राशि जमा करती है। एक महीने में 1470 जमा करना है। वह प्रत्येक दिन 50 रू . जमा करती हैं। एक साधारण नोट बुक में पैसा जमा किया जाता है। पर्ल ग्रुप से एक कागज दिया गया है। इस कागज पर किसी भी अधिकारी का हस्ताक्षर और ही कार्यालय की मुहर लगी है।

अन्य महिलाएं सचेत हो गयीः यहां पर पर्ल ग्रुप के द्वारा ठग विघा के शिकार होने से बच गयी महिलाओं ने डाकघर , बैंक और जीवन बीमा निगम पर भरोसा जताया है। भले ही कम व्याज दें मगर पैसा लेकर भागेगा नहीं न। यहां पर काफी संख्या में लोग पर्ल ग्रुप के शिकार हो गए हैं। इन महादलितों को राशि कौन दिलवाएगा ? यह यक्ष सवाल है।
इस बीच पर्ल ग्रुप ने सैट में अपील करने का निश्चय किया है। बहरहाल सभी निवेशकों की राशि मिल जाए। इसी कामने के साथ।

Alok Kumar ,

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