Tuesday 18 November 2014

एक बार फिर से ‘किसान विकास पत्र’शुरू


किसान विकास पत्र डाक घर और बैंक में उपलब्ध

एक हजार रू.न्यूनतम जमा किया जाएगा


नयी दिल्ली। एक बार फिर से किसान विकास पत्र शुरू किया गया है। यूपीए सरकार ने 2011 में बंद कर रखा था। यह व्यक्तिगत और सामूहिक निवेश है। निवेशक 1000, 5000, 10000, 50000 मूल्य वर्ग में किसान विकास पत्र प्राप्त होगा। इसका न्यूनतम राशि 1000 रू. रखी गयी है। अधिकतम सीमा तय नहीं है। ढाई साल के बाद ही निकासी कर सकते हैं।

वित्त मंत्री अरूण जेठली और सूचना एवं संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित किया। इसके बाद किसान विकास पत्र को ़वित्त मंत्री अरूण जेठली ने जारी किया। मौके पर वित्त मंत्री ने कहा कि अभी किसान विकास पत्र डाक घरों में उपलब्ध है। इसको प्रसार करके बैंकों में पहुंचाकर किसान विकास पत्र उपलब्ध करवाया जाएगा। ऐसा हो जाने के बाद लोग दोनों जगहों से किसान विकास पत्र प्राप्त कर सकेंगे। न्यूनतम राशि एक हजार रू. जमा रखा गया है। अधिकतम राशि की सीमा तय नहीं है। मर्जी के अनुसार लोग जमा कर सकते हैं। जमा की गयी राशि साढ़े आठ साल (100 माह) में डबलहो जाएगी।यह पूर्णतः बैरर चेक है। देश के किसी भी डाक घर से निवेश कार्य किया जा सकता है। 

  उन्होंने कहा कि इसे कई बार अदली-बदली की जा सकती है। इसे भी किसी भी व्यक्ति को दिया जा सकता है।इसे कोई भी व्यक्ति निकाल सकता है। इसको एकदम सरल बनाया गया है। जो आम आदमी आसानी के हित में है। उन्होंने आम लोगों का आह्वान किया कि आप बैंक में राशि जमा करते हैं। अच्छा होगा कि किसान विकास पत्र खरीदकर राशि जमा करें। ऐसा करने से व्याज मिलेगा। इसे आसानी से बेचा भी जा सकता है। और तो और आपकी राशि भी सुरक्षित रहेगी।यह साफ किया कि इसका नाम किसान विकास पत्र है। इसका मायने यह नहीं है कि सिर्फ किसानों के हक में ही बनाया गया है। इसे आम आमदी जमा कर सकते है। यह लोक सभा में ऐलान करने का परिणाम है

आगे कहा कि आम आदमी नन बैकिंग कम्पनियों के मायावी जाल में जाकर नहीं फंसेंगे। को मात देने के लिए उतारा गया है किसान विकास पत्र।  इनके द्वारा भोलेभाले लोगों को ठगा जा रहा है। पांच साल के अंदर डबलराशि होने का सब्जबाग दिखाते हैं। आलिशान मकान और जमीन देने का भी वादा करते हैं। इस अवसर पर सूचना एवं संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आम लोगों के ख्याल में ही रखकर जारी किया गया है। जो बेहतर परिणाम देगा।


आलोक कुमार

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