Sunday 28 August 2016

एक ही परिवार में तीन है दिव्यांग


पिता मजदूरी कर दिव्यांगों का लालन-पालन करते हैं

पटना। पश्चिमी दीघा ग्राम पंचायत में है बी0 आर0 अम्बेदकर कॉलोनी। यहाँ पर अधिकांश महादलित और दलित समुदाय के गरीब लोग रहते हैं। यहीं पर रूदल दास और सरस्वती देवी भी रहती हैं। दोनों के सहयोग से 6 बच्चे हैं। 4 लड़की और 2 लड़के हैं। इनमें 2 लड़की 1 लड़का दिव्यांग हैं। इन बच्चों के पिता रूदल दास मजदूर हैं। मजदूरी के ही बल पर बच्चों का लालन-पालन करते हैं। दो लड़की शादी हो गयी हैं। खगौल में रहने वाले कमलेश दास से ममता की शादी हुई है। दोनों के सहयोग से 2 संतान है। 1 लड़की और 1 लड़का है। ममता देवी परेशान हैं। उसके पतिदेव कमलेश दास बदमाशी करते हैं। हमेंशा पिटायी करते हैं। ससुराल से भागकर मैयके आ गयी हैं। अभी हाल में बेगूसराय में रहने वाले राकेश राम से विभा की शादी हुई है। दोनों दम्पति खुशहाल रहते हैं।

इस पंचायत के पंचायत समिति के सदस्य अरविन्द कुमार वर्मा के सहयोग से सीमा कुमारी (25 वर्ष), रूपा कुमारी (20 वर्ष) और टिल्लू कुमार (16 वर्ष) नामक दिव्यागों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन मिल रहा है। काफी मशक्कत करने के बाद ही तीनों को दिव्यागों को 2013 से पेंशन मिलना शुरू हुआ। वास्तव में 18 साल से ही पेंशन मिलना शुरू हो जाना चाहिए था। प्रथम बार अप्रैल से सितम्बर माह तक 1800 सौ मिला। अंतिम बार 30 मार्च,2016 को 2800 सौ मिला। वित्तीय वर्ष 2016-2017 में भुगतान नहीं किया गया  है। वहीं गरीबी के कारण रूदल दास बच्चों को नहीं पढ़ा पाते हैं। इन लोगों को मिशन और सरकारी सहयोग मिल सकता हैं। मगर एन0जी0ओ0 और सरकार से लाभ नहीं उठाते हैं।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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