वर्तमान ,पूर्व मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री का पुतला दहन किया
संविदा पर बहाल ए.एन.एम.कर्मियों ने
किया धरना और प्रदर्शन
गया। सूबे में कल्याणकारी सरकार के
द्वारा कुशल और अकुशल कर्मियों को कम से कम वेतन और मजदूरी वाला मानदेय देकर कार्य
करवाने का धंधा जोरों पर जारी है। यहीं रोग गैर सरकारी संस्था और मिशनरी संस्थाओं
में भी लग गया है। उसी रोग के शिकार होने वाले कुशल और अकुशल कर्मी बगावत करने पर
उतारू हैं। लगातार संविदा पर बहाल कर्मी प्रदर्शन करने पर उतर गए हैं। उसी सिलसिले
में आज संविदा पर बहाल ए.एन.एम. आर.ब्लॉक चौराहे के पास धरना और प्रदर्शन किए।
वहीं पीएमसीएच में डेरा बनाकर आंदोलन करने वाली ‘ए’श्रेणी की नर्सेंज ने वर्तमान ,पूर्व मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री का पुतला दहन किया।
यह संयोग देखे कि बिहार कॉन्ट्रैक्ट
ग्रेड ‘ए’ नर्सेंज
एसोसिएशन के बैनर तले धरना एवं प्रदर्शन के 19 दिन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी,पूर्व
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह का पुतला दहन किया।
इसमें 38 जिले के नर्सेंज भाग लिए। कारगिल चौक के
पास पुतला दहन के समय नर्सों ने अपनी एक सूत्री मांग को लेकर आंदोलन को तेज करने
का संकल्प लिया। नर्सेंज की रिजल्ट में हुई धांधली में वैसे राज्य के बाहर के
अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है जिसके पास अपना बिहार के सरकारी अस्पतालों
में कार्य करने का अनुभव नहीं है। राज्य कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा घोर धांधली
की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। इस अवसर पर एपवा बिहार की राजाध्यक्ष सरोज
चौबे,सह सचिव अनीता सिन्हा, एसोसिएशन की अध्यक्ष नीलम कुमारी,उपाध्यक्ष रीना कुमारी, महासचिव प्रमिला
कुमारी,सचिव रूबी कुमारी, विथिका विश्वास, सुषमा पैट्रिक,
शालिनी जोसेफ आदि प्रमुख हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार
इन्दिरा गांधी ह्नदय रोग संस्थान की 20, दरभंगा
मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की 28 समेत 700 नर्सेंज को फेल करार दिया गया है। यह बताया गया कि बिहार में
अव्वल रिजल्ट देने वाली कुर्जी होली फैमिली हॉस्पिटल और नाजरेथ हॉस्पिटल की
नर्सेंज को शिकार बनाकर फेल करा दिया गया है।
बिहार में 28 हजार 447 ए.एन.एम.का पद रिक्त है। नवनियुक्त
ए.एन.एम.(संविदा) संद्य,बिहार की ओर से कहा गया है कि 10 दिसम्बर 2014 से साक्षात्कार
शुरू कर दिया गया है। सरकार से आग्रह करने के क्रम में कहा गया है कि साक्षात्कार
लेने वाले राज्य कर्मचारी चयन आयोग को निर्देश दिया जाए कि कुल 28 हजार 447 पद पर
साक्षात्कार लिया जाए। अगर ऐसा सरकार के द्वारा नहीं किया जाता है तो 38 जिले के संविदा पर बहाल ए.एन.एम. अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली
जाएगी। बिहार सरकार के प्रधान सचिव को प्रेषित पत्र में हस्ताक्षर करने वालों में
नीलम कुमार,लता सिन्हा, रेखा शर्मा, मनोरमा, आरती कुमारी, मधु श्रीवास्तव, उमा कुमारी, उषा कुमारी,
रेखा कुमारी, संजू
कुमारी आभा सिन्हा,लक्ष्मी आदि हैं।
आलोक कुमार
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