Saturday 31 January 2015

दिल की अरमान हाथ में ही रह गए


दरभंगा से चलकर आने वाले महादलित को पुष्प देने ही नहीं दिया

पटना। महादलित मुसहर समुदाय के बीच से ही है मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी। मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल के कारण महादलित मनोज सदा को सटने नहीं दिया गया। वह बारम्बार गुलदस्ता देने का प्रयास किया। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगे लोग फटकने ही नहीं दिया। आयोजकों ने भी सवाल करने लगे कि आपको फूलों का गुलदस्ता लाने के लिए कौन बोला था?हमलोगों ने मुख्यमंत्री जी को बुलाए हैं। तो हमरा एकाधिकार है कि उनको स्वागत करें। फूल दे और माल्यापर्ण करें। तो गुलदस्ता नहीं स्वीकार किया जा सकता है। उसने कई प्रयास किया। परन्तु कामयाब ही नहीं हो सका। आखिर गुस्सा में आकर पीछे जाकर बैठ गया। मौका श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में राज्य स्तरीय चेतना सम्मेलन का था। मुजफ्फरपुर विकास मंडल और मुसहर विकास मंच ने आयोजित किया था। वेलिटाइन डे के अवसर पर मुख्यमंत्री को जरूर ही गुलदस्ता प्रदान करेंगा।
आलोक कुमार

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