Wednesday 4 February 2015

रथ को हरी झंडी दिखाकर पद्मश्री सुधा वर्गीज ने रवाना किया



महादलित अधिकार यात्रा रथ रवाना

गया। महादलित अधिकार यात्रा रथ रवाना हो गया। रथ को हरी झंडी दिखाकर पद्मश्री सुधा वर्गीज ने रवाना किया। इसके पहले कारितास इंडिया और फोरम फोर सोशल इन्यिशिएटिव के संयुक्त तत्वावधान में महादलित अधिकार यात्रा में शामिल होने वालों को संक्षिप्त जानकारी सेवा केन्द्र,कुर्जी में दी गयी।


मौके पर अल्पसंख्यक आयोग की उपाध्यक्ष सुधा वर्गीज ने कहा कि महादलित वर्ग के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छता व सामाजिक योजनाओं के बारे में जानकारी देना है। समाज के किनारे रहने वाले लोगों को योजनाओं से लाभ उठाने लायक बनाना है। इसके लिए महादलितों को जागरूक करना ही होगा। महादलितों को संवैधानिक अधिकार और जो योजनाओं को महादलितों के नाम से बनाया गया है। उन योजनों को महादलितों तक पहुंचना और उसमें शतप्रतिशत वृद्वि लाना बहुत ही जरूरी है। आप लोगों की यह यात्रा मंगलमय और  मील का पत्थर साबित हो, इसकी शुभकामनाएं देती हूं।
सेवा केन्द्र के निदेशक फादर अमल राज एस0 ने महादलित अधिकार यात्रा के उद्देश्य के संबंध में कहा कि महादलित समुदाय को सामाजिक व आर्थिक क्षेत्र में समाज के मुख्यधारा में लाना। महादलित वर्ग की पहचान व सम्मान को बढ़ावा देना। महादलित वर्ग के बीच सरकारी कार्यक्रमों,स्कीमों व हक /अधिकार के प्रावधानों की जानकारी देना व उनके बीच मांग पक्ष को बढ़ावा देना। महादलित वर्ग के बीच शिक्षा ,स्वास्थ्य पोषण,स्वच्छता व सामाजिक कुरीतियों के संबंध में जागरूकता फैलाना। विकास पक्ष से जुड़े सरकारी अधिकारियों, सेवा प्रदत्त दाता, पंचायती राज प्रतिनिधियों विशेषकर विकास मित्र को महादलित वर्ग के विकास के प्रति संवेदनशील करना और महादलित वर्ग के हक/अधिकार की पहुंच में वृद्धि लाना। इसी की प्राप्ति के लिए महादलित अधिकार यात्रा आयोजित की गयी है।

पंचम कला केन्द्र, मनेर की कलाकार शिखा सिंह ने कहा कि यात्रा के दौरान गांव स्तर पर बैठक, नुक्कड़ नाटक आदि का आयोजन कर उपस्थित लोगों को विभिन्न प्रकार की सरकारी योजना विशेष रूप से महादलित विकास मिशन के अन्तर्गत संचालित योजनाओं के प्रावधानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी। यात्रा के दौरान यात्रा टीम व नुक्कड़ टीम लोगों के बीच शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण,स्वच्छता व सामाजिक कुरीतियों विषय पर जागरूकता का संदेश पहुंचाएगी। यात्रा के दौरान 20 हजार महादलित परिवारों का अधिकार कार्ड तैयार किया जाएगा। ताकि योजनाओं के वास्तविक लाभ का आकलन किया जा सके।

बिहार के 15 जिलों के 45 ब्लॉक के 225 गांव में लोगों की शिकायतों को भी संग्रह किया जाएगा। शिकायतों को आवेदन पत्र बनाकर संबंधित विभागों तक पहुंचाकर उसके निवारण से हक/अधिकार से जुड़े या फिर महादलित टोले से जुड़े सामूहिक समस्याओं का भी आवेदन प्रपत्र तैयार किया जाएगा। यात्रा टीम का प्रयास होगा कि शिकायतों से संबंधित साक्ष्य को भी प्रभावी बनाया जाए। इन सभी सवालों का उत्तर अभी भी जनता के बीच में गोपनीयता बनी हुई है। महादलित अधिकार का प्रयास रहेगा कि जनता को विशेष रूप से महादलित परिवार को योजनाओं/कार्यक्रमों/स्कीमों के ऊपर सम्मानपूर्ण पहुंच बनाने के लिए उन्हें जानकारी प्रदान की जाए ताकि सही जानकारी,प्रावधान और पात्रता के आधार पर सरकारी कार्यक्रमों/योजनाओं/स्कीमों के ऊपर पहंच बना सके। इस दौरान लोगों को विकास मित्रों के कार्य एवं दायित्व के बारे में भी जानकारी प्रदान की जाएगी। ताकि महादलित परिवार के लोग विकास मित्रों के सहयोग से हक/अधिकार तक सम्मानपूर्ण पहुंच बना सकें।

कारितास इंडिया के गिरिश पीटर ने कहा कि महादलित अधिकार यात्रा के अनुभवों व लोगों की अपेक्षाओं/आकांक्षाओं के आधार पर एक महादलित मांग पत्र को तैयार किया जाएगा। इस मांग पत्र को राज्य सरकार/केन्द्र सरकार और संबंधित विभागों तक पहुंचाया जाएगा ताकि महादलित परिवार के लोगों को मांग,समस्या व हक/अधिकार का सम्मानपूर्ण निवारण हो सके। कार्यक्रम का संचालन कर रहे मि. अशोक सिन्हा, दीपशिखा आदि ने किया।


आलोक कुमार

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