Tuesday 10 March 2015

आंदोलन के मूड में हैं नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकः दयाल शरण


पटना। अभी-अभी मानदेय घोटाला सामने आया है। बिहार के नागरिक सुरक्षा कोर के स्वयंसेवकों को बहुत कम मानदेय दिया जाता है। वर्ष 2012 से स्वयंसेवकों का मानदेय भुगतान नहीं किया गया है। स्वयंसेवकों के मानदेय के मद में बैंक  में जमा लाखों रू.की निकासी कर ली गयी है। वहीं अब स्वयंसेवकों के नाम से प्रशिक्षण मद में आवंटित राशि पर निशाना साधा जा रहा है। इसके आलोक में स्वयंसेवकों की सदस्यता के नवीकरण और स्वयंसेवकों के प्रशिक्षण का कार्य पूर्णतः स्थगित कर दिया गया है। कयास लगाया जा रहा है कि लगभग नागरिक सुरक्षा कोर को ही समाप्त कर देने पर अमादा हैं।ऐसा करके लाखों रू.की अवैध निकासी पर पर्दा डाला जा सके।

स्वयंसेवक दयाल शरण ने बताया कि नागरिक सुरक्षा कोर की पटना ईकाई के स्वयंसेवकों की बैठक की गयी। यह बैठक पटना समाहरणालय के परिसर में आयोजित की गयी। सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरूष स्वयंसेवक उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 से ही स्वयंसेवकों के मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है,जबकि इस राशि की निकासी कर ली गयी है। यह राशि लाखों रू. में है। नागरिक सुरक्षा कोर के स्वयंसेवकों के सदस्यता के नवीकरण का कार्य बिलकुल स्थगित रखा गया है। इससे कोर का कार्य प्रभावित रोने लगा है। कोर के कोष में प्रशिक्षण मद राशि के आवंटन के बावजूद प्रशिक्षण का कार्य पूर्ण रूप से स्थगित हो गया है। तथा इस प्रकार उनका क्षमतावर्द्धक रूक सा गया है। नागरिक सुरक्षा कोर के वार्डेन सेवा के कई सर्वोच्च पद रिक्त है। इन पर नियुक्ति नहीं किए जाने से कोर के कार्य में बाधा हो रही है।

बैठक में निर्णय लिया गया कि जिलाधिकारी सह नियत्रंक, नागरिक सुरक्षा, पटना को स्मार-पत्र पेश किया जाए। वहीं स्वयंसेवकों ने अपफोस जताया कि जिलाधिकारी सह नियत्रंक महोदय को जनता दरबार एवं अन्य कई बार नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों ने अपनी समस्याओं के संबंधित लिखित एवं मौखिक जानकारी दी है। किन्तु अबतक समस्याओं का निपटारा नहीं करने से स्थिति जस की तस बनी हुई है। मसौढ़ी से काफी स़े में आने वाले स्वयंसेवकों ने पुनः जिलाधिकारी सह नियत्रंक महोदय को स्मार-पत्र सौंपने का निर्णय लिया। नियमित एवं ससमय भुगतान की मांग भी स्वयंसेवकों ने अपने स्मार-पत्र में शामिल किया है। स्वयंसेवकों ने स्मार-पत्र में स्पष्ट कर दिया है कि अगर ससमय कार्रवाई न किया गया तो शांतिपूर्ण धरना भी देंगे। बाजाप्ता धरना देने की अनुमति भी मांगी है। स्मार-पत्र की प्रतिलिपी प्रधान सचिव,आपदा प्रबंधन विभाग तथा आयुक्त सह पुलिस महानिदेशक,नागरिक सुरक्षा कोर,बिहार को समर्पित करने का भी निर्णय लिया।

इस बैठक में दिनेश, अखिलेश,मनोज,दयाल शरण,के.डी.एन.चौधरी,रानी, सूरज,सीताराम राय,कुमकुम,रामाशीष,शंकर गुप्ता, उमाशंकर,श्रवण,रंजन,कृष्णा,अशोक, संतोष,चन्द्रशेखर आदि प्रमुख थे। इन लोगों ने बताया कि किसी भीड़ भरी कार्यक्रम अथवा हादसों के अवसर पर स्वयंसेवकों को तैनात किया जाता है। केवल तैनात अवधि का मानदेय दिया जाता है। प्रतिदिन 30 रू. से बढ़ाकर 100 रू.कर दिया गया है।


आलोक कुमार

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