10
जून 2015 को
न्यायालय अंचल अधिकारी पटना सदर के
कार्यालय कक्ष में उपस्थित दर्ज करेंगे
पटना।
न्यायालय अंचल अधिकारी पटना सदर के द्वारा 6 व्यक्तियों के नाम से नोटिस इश्यु किया गया। इन लोगों अतिक्रमण वाद सं0
5 /15-16 के दोषी पाया गया है। अतिक्रमण वाद सं0
5 /15-16 नोटिस वनाम देवासी कुवर स्व. मोहन महतो सा.
बिन्दटोली,दीघा।सभी को 10 जून 2015 को न्यायालय अंचल अधिकारी पटना सदर
के कार्यालय में सुबह 11 बजे उपस्थित होकर अपना पक्ष
साक्ष्यों के साथ प्रस्तुत करने को कहा गया है। जब इन लोगों ने नोटिस थामने से
इंकार कर दिया। तब जाकर दीवार पर नोटिस
चस्पा दिया गया। 5 नोटिस लेने से
इंकार करने वालों का नाम का पता चल गया है। आक्रोशित लोगों ने 1 व्यक्ति का नोटिस ही फाड़ दिया है।
प्रेषित
नोटिस पर पटना सदर के अंचल अधिकारी ने 25 मई 2015 को हस्ताक्षर किया है। तब जाकर न्यायालय अंचल अधिकारी पटना
सदर के द्वारा रामानंद महतो के पुत्र परिक्षण महतो,रामबालक महतो के पुत्र प्रेम सागर महतो, महेश महतो के पुत्र दिलीप महतो, दीनानाथ
महतो के पुत्र रैन प्रताप महतो और स्व. मोहन महतो की विधवा देवासी कुवर को नोटिस
मिला। इन लोगों पर अतिक्रमण वाद सं0 5 / 15-16 के तहत नोटिस इश्यु किया गया। इस नोटिस द्वारा आगाह किया गया है कि मौजा
दीघा दियारा थाना नं0 1/2 खाता सं0
82, 71, 36, 93, 196 का अंश खसरा सं0 272 से 276 का अंश जो खास
महाल की भूमि है जिसे दीघा रेल पुल परियोजना हेतु हस्तान्तरित की गई है जिस पर आप
अनाधिकृत रूप से बसे हुए हैं। जिस कारण निर्माण कार्य अवरूद्ध है। अतः दिनांक 10/6/2015 को 11 बजे अधोहस्तारित
से कार्यालय कक्ष में उपस्थित होकर अपना पक्ष साक्ष्यों के साथ प्रस्तुत करें कि
क्यों नहीं उपरोक्त सरकारी भूखंड पर से आपको हटाने की कार्रवाई की जाए। उक्त तिथि
पर उपस्थित नहीं होने पर यह माना जाएगा कि आपको इस संबंध में कुछ नहीं कहना है।
उक्त स्थिति में एकपक्षीय कार्रवाई की जाएगी।
पटना सदर
के अंचल अधिकारी के द्वारा प्रेषित नोटिस से बिन्दटोली दीघा के गरीब लोगों के पैर
तले जमीन खींचक गयी। सोमवार को सीएम के जनता दरबार में जा धमके। करीब 20 लोग गए थे। 1 व्यक्ति को सीएम
के जनता दरबार में जाने दिया गया। आवेदन लेकर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने
जमीन और राशि डीएम साहब को दे दिए हैं। आपलोग डीएम साहब से मिलकर मसला सलटा लें।
बिन्दटोली,दीघा में मेघनाथ महतो रहते हैं। मैट्रिक उर्त्तीण मेघनाथ महतो
कहते हैं कि यहाँ पर 186 घर है। यहाँ की जनसंख्या 18 सौ से अधिक है। यहाँ के लोग भगवान और धरती के प्रभुजन से
परेशान रहे हैं। गंगस्थली में रहने के कारण बिन्दटोली में भगवान का कहर से गंगा और
सोन नदी का पानी प्रवेश कर जाता है। गंगा और सोन नदी के कटाव से जमीन कटकर छोटी हो
गयी है। उसी तरह धरती के प्रभुजन बगल में ही ईंट भट्टा खोल देते थे। इससे भी
परेशानी होती थी।
मेघनाथ
महतो कहते हैं कि जिस जमीन पर बिन्दटोली,दीघा है।
वह जमीन रैयती जमीन है। माननीय उच्च न्यायालय से घोषित रैयती जमीन है। इसका लगान
दिया जाता है। बाद में लगान लेना बंद कर दिया गया। सरकार ने करार दिया है कि मौजा
दीघा दियारा थाना नं0 1/2 खाता सं0
82, 71, 36, 93, 196 का अंश खसरा सं0 272 से 276 का अंश जो खास
महाल की भूमि है जिसे दीघा रेल पुल परियोजना हेतु हस्तान्तरित की गई है। हमलोगों
को अतिक्रमण करके अनाधिकृत रूप से बसे रहने को कहा जा रहा है। इसके खिलाफ आंदोलन
करेंगे। हमलोग जान दे देंगे परन्तु जमीन नहीं देंगे। हमलोगों को स्थायी रूप से बसा
दें। ऐसा नहीं करने से भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत वाजिब मुआवजा दें।
आलोक
कुमार
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