Monday 16 November 2015

इस बार पूजा समितियों के सदस्यों को मुश्किल हो रही है व्रतियों की राह तैयार करने में

प्रथम बड़े भाई और द्वितीय छोटे भाई के द्वारा निर्मित कैनाल पर चचरी पुल बनाने में
पटना। राजधानी के लोगों से रूठ कर चली गयीं गंगा मईया को करीब लाने की कवायद की गयी है। आजतक कृत्रिम उपाय पर कामयाबी नहीं मिली है। प्रथम बार पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में किंग मेकर लालू प्रसाद यादव ने कैनाल निर्माण कराया था। जो असफल साबित हुआ। उसके बाद माननीय पटना उच्च न्यायालय के आदेश में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैनाल निर्माण करने का बीड़ा उठाया। वह भी असफल साबित हुआ। इस तरह बड़े भाई और छोटे भाई गंगा जी को राजधानी के करीब नहीं ला सके। 

कुछ वर्षों से पूजा समितियों द्वारा बड़े भाई लालू प्रसाद यादव के कैनाल पर चचरी पुल निर्माण करके पर्व व्रतियों की राह बना लेते थे। जिला प्रशासन द्वारा इस तरह की चचरी पुल निर्माण करने पर पाबंदी लगाते हैं। किसी तरह का हादसा न हो, सुनिश्चित करना चाहते हैं। अब तो छोटे भाई नीतीश कुमार के कैनाल पर भी चचरी पुल निर्माण किया जा रहा है। इस तरह पूजा समितियों द्वारा एक नहीं दो जगहों पर चचरी पुल निर्माण करना पड़ रहा है। 

यह देखा गया कि जिला प्रशासन और स्थानीय थाना की नजर नहीं गयी है। अगर नजर जाती तो जरूर ही चचेरी पुल निर्माण करने पर पाबंदी लगा देते। 
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना। 


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