Friday 20 November 2015

नीतीश कुमार का राज्याभिषेक

नीतीश के साथ 28 मंत्री बने
लालू के दोनों पुत्र मंत्री बने
पटना।एक बार फिर से नीतीशे कुमार। हां, नीतीश कुमार की ताजपोशी हो गयी है। पद और गोपनीयता की शपथ महामहिम राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने दिलाया। राज्याभिषेक के अवसर पर सरकार में नीतीश कुमार के बाद तेजस्वी प्रसाद यादव, तेजप्रताप यादव, अब्दुल बारी सिद्दकी, विजेन्द्र यादव, राजीव रंजन सिंह, श्रवण कुमार, जय कुमार सिंह, आलोक मेहता, अवधेश सिंह, कृष्ण नंदन वर्मा, महेश्वरी हजारी, अब्दुल जलील मस्तान, रामविचार राय, शिवचन्द्र राम, डॉ.मदन मोहन झा,शैलेश कुमार, कुमारी मंजू वर्मा,संतोष निराला,डॉ. अब्दुल गफ्फूर, चन्द्रशेखर, खुर्शीद अहमद,मुनेश्वर चौधरी, मदन सहनी, कपिलदेव कामत, अनीता देवी विजय प्रकाश, चन्द्रिका राय और अशोक चौधरी मंत्री पद की शपथ ली। इसमें 7 यादव,5 दलित
4 मुसलमान,4 पिछड़ा और 4 अतिपिछड़ा, 2 कुर्मी और 2 कोईरी मंत्री बने। 28 मंत्रियों में 2 महिलाएं हैं। पांचवी बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बने हैं।

भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा (बिहार प्रदेश) के उपाध्यक्ष राजन साह ने कहा कि बिहार में लालू प्रसाद यादव किंग मेकर बन गए हैं। अपने दोनों पुत्र को मंत्री बना दिए हैं। छोटका बेटा तेजस्वी प्रसाद यादव तेज निकला। शपथ ग्रहण में ग्रहण में पास हो गया। बड़का बेटा तेज प्रताप यादव तो नाम के अनुरूप तेज नहीं निकला। वह फेल हो गया। अपेक्षित के बदले उपेक्षित पढ़ गया। महामहिम राज्यपाल महोदय ने तेज प्रताप यादव को फिर से शपथ पत्र पढ़ने को कहा। ऐसा लगता है कि लालू प्रसाद यादव को जरूर ही चरवाहा विघालय खोल देना चाहिए। ऐसा करने से नीतीश बाबू के कुछ मंत्री चरवाहा विघालय में जाकर शिक्षित हो जाते।

किंग मेकर लालू प्रसाद यादव के साथ कभी रामकृपाल यादव और श्याम रजक साथ-साथ थे। भाजपा में रामकृपाल यादव चले गए। जदयू में श्याम रजक चले गए। भाजपा में जाकर रामकृपाल यादव और जदयू में जाकर श्याम रजक विजयी घोषित हुए। 2014 में विजयी होकर रामकृपाल यादव मंत्री बन गए। 2015 में विजयी होकर श्याम रजक मंत्री नहीं बन सके। इस तरह राम मंत्री बन गए और श्याम लटक गए। घर पर ही बैठकर नीतीश कुमार की शपथ ग्रहण समारोह का दूर से ही दर्शन करेंगे श्याम रजक।

बिहार प्रदेश काँग्रेस कमिटी के अल्पसंख्यक विभाग के उपाध्यक्ष सिसिल साह ने कहा है कि अखिल भारतीय काँग्रेस कमिटी की अध्यक्ष सोनिया गाँधी और उपाध्यक्ष राहुल गाँधी के नेतृत्व में काँग्रेस आगे बढ़ने लगी है। बिहार में काँग्रेस 27 सीट जीती है। यह तो अगड़ाई है, इससे भी बेस्ट करने की लड़ाई है....। बिहार में महागठबंधन बनने वाले 28 मंत्रियों को बधाई! काँग्रेसी मंत्री अशोक चौधरी,मदन मोहन झा, अवधेश सिंह और अब्दुल जलील मस्तान को दिल खोलकर बधाई!।

अखिल भारतीय काँग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी.देवगौड़ा, केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी,पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, आसाम के मुख्यमंत्री तरूण गोगई, सिक्किम के मुख्यमंत्री पी.के.चामलिंग, मणिपुर के मुख्यमंत्री ओ.इबॉबी सिंह, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बीरभद्र सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, अरूणांचल प्रदेश के मुख्यमंत्री नबब तुकी, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारम्मैया, राज्य सभा के विपक्ष के नेता गुलाम नवी आजाद, राज्य सभा के पूर्व सांसद एचके दुआ, काँग्रेसी नेता और लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार, काँग्रेसी नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खागडे, पूर्व सांसद राम जेठमलानी, लोक सभा के पूर्व सांसद राज बब्बर, एनसीपी के पूर्व सांसद प्रफुल पटेल, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार, जेडीयू के अध्यक्ष शरद यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुला, नेशनल लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह, जम्मू और काश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुला, दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित,हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह होडा, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह बघेला, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेंग, महाराष्ट्र के मंत्री रामदास कदम, महाराष्ट्र के मंत्री सुभाष देसाई, बीबीएम के राष्ट्रीय नेता डॉ. प्रकाश अम्बेडकर, आईएनएलडी नेता अभय चौटाला, सीपीएम के नेता डी राजा,डीएमके के नेता टीएमके स्टालिन और सीपीआई (एम) के जेनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी हैं।

शपथ ग्रहण के बाद 1 अणे मार्ग पर सीएम ने हाई टी पार्टी दी थी। इस अवसर एनडीए के खिलाफ एकजुट होने पर बल दिया गया। इसके बाद अखिल भारतीय काँग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी सदाकत आश्रम गए। वहां पर सदानंद सिंह को काँग्रेस के विधायक दल के नेता घोषित किए।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट, पटना।



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