Tuesday 8 December 2015

संत पिता फ्रांसिस ने ईश्वरीय दया का वर्ष-2015-16 घोषित

पटना। प्रेरितों की रानी ईश मंदिर में मंगलवार को माला विनती और मिस्सा किया गया। माला विनती के मध्य में श्रद्धालु लाइन लगाकर परिक्रमा किए। सबसे पहले जलती मोमबत्ती के आगे सलीबधारी ईसा मसीह को लेकर चल जा रहा था। इसके पीछे श्रद्धालु चल रहे थे। सब के सब विनती करते जा रहे थे। परिक्रमा के बाद वयोवृद्ध फादर जेरोम डृयूरैक,येसु समाजी और फादर जोनसन केलकत,येसु ने मिलकर मिस्सा अर्पित किए। इस अवसर पर पवित्र परमप्रसाद वितरण किया गया।

सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में प्रेरितों की रानी ईश मंदिर के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर जोनसन केलकत, येसु समाजी ने कहा कि आज हम ईसाई समुदाय निष्कलंक माँ मरियम का गर्भधारण का पर्व मना रहे हैं। यह लोक आस्था है कि ईश्वरीय शक्ति से निष्कलंक माँ मरियम गर्भधारण की थीं। माँ मरियम और पालक पिता संत जोसेफ के पुत्र बालक येसु हैं। आजकल हमलोग बालक येसु के आने की इंतजारी में हैं। आने वाले अवधि को ईसाई कलीसिया आगमन काल कहते हैं। आगमन का प्रथम रविवार 29 नवम्बर को था। आगमन का द्वितीय रविवार 6 दिसम्बर को था।

मौके पर फादर जोनसन ने कहा कि संत पिता फ्रांसिस ने ईश्वरीय दया का वर्ष-2015-16 घोषित कर रखा है। 8 दिसम्बर 2015 को माँ मरियम के गर्भधारण का पर्व से शुरू हो गया। इसका समापन अगले साल 20 नवम्बर 2016 को होगा। 20 नवम्बर 2016 को यूख्रीस्तीय पर्व यात्रा है।







आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।  

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