दिनभर भूख से बिलबिलाते रहे बच्चे और सयाने को मिली राहत
पटना। दिनभर के भागमदौड़ के बीच शाम को सब्जी और रोटी बनाने की कवायद शुरू की गयी। बच्चे और सयाने भूख से बिलाबिला रहे। ऊपर आकाश और नीचे बालू पर ही चौकी लगा दी गयी। मेघनाथ की पत्नी आलू काटने लगी। बगल में मेघनाथ की दादी बैठी है। सब्जी काटने के बाद चूल्हा को बाहर निकाला गया। लकड़ी के गड्डर खोलकर लकड़ी लाया गया। लकड़ी वाले चूल्हा पर ही रोटी और सब्जी तैयार किया गया। मेघनाथ महतो का कहना है हालांकि बिन्द टोली से कुर्जी मोड़ बिन्द टोली में एलपीजी सिलेंडर लाएं हैं। मगर खुला आकाश होने के कारण एलपीजी का इस्तेमाल नहीं किया गया।
आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
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