Sunday 27 March 2016

हर्षोल्लास ढंग से ईस्टर पर्व मनाया गया


पुण्य शुक्रवार को मर गये और पवित्र शनिवार को जी उठे


पटना।हर्षोल्लास ढंग से ईस्टर पर्व मनाया गया। राजधानी में स्थित गिरजाघरों को सुरूचिपूर्ण ढंग से सजाया गया। ईसाई धर्मावलम्बियों ने घर से सजधजकर गिरजाघर में आये। बच्चे और महिलाओं ने नयना विराम वस्त्र धारणकर पास्का जागरण में आ गये। इस अवसर पर पटना महाधर्मप्रांत के विभिन्न गिरजाघरों में अर्द्धरात्रि मिस्सा पूजा आयोजित की गयी। मुख्य आकर्षक कुर्जी पल्ली में स्थित प्रेरितों की रानी ईश मंदिर रहा।शनिवार की रात कुर्जी पल्ली के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर जॉनसन केलकत,येसु समाजी 10.30 बजे से, पटना महाधर्मप्रांत के महाधर्माध्यक्ष विलियम डिसूजा 6 बजे से और कुर्जी पल्ली के सहायक पल्ली पुरोहित फादर सुशील साह ने 8 बजे से मिस्सा पूजा अर्पित की। तीनों मिस्सा पूजा में विश्वासियों की उपस्थिति अधिक रही।

ईस्टर के अवसर विशेष मिस्सा पूजाः सेक्रेट हार्ट चर्च,पाटलिपुत्र में पुण्य शनिवार की रात 11 बजे से, सुबह 6.30 बजे से और अंग्रेजी में 8 बजे से मिस्सा पूजा अर्पित की गयी। नोट्रेडेम में पुण्य शनिवार की 11 बजे से और ईस्टर संडे को 7 बजे से, एक्स0 टी0 टी0 आई0 में पुण्य शनिवार को 11 बजे से और ईस्टर संडे को 7 बजे से, आई0जी0आई0एम0एस0 में पुण्य शनिवार को 11.30 और संत मेरीस, ए0 जी0 कॉलोनी में पुण्य शनिवार को 11 बजे से मिस्सा पूजा अर्पित की गयी।

ईस्टर कैंडिल 7 दिनों तक लगातार पूजा समय प्रज्जवलितः कुर्जी पल्ली के प्रधान पल्ली पुरोहित फादर जॉनसन केलकत,येसु समाजी ने कहा पुनर्जीवित प्रभु येसु ख्रीस्त के प्रतीक के रूप में ईस्टर कैंडिल है। संसार में ज्योति बिखरने वाली मोमबत्ती है। इसके आलोक में गिरजाघर के तमाम लाइट बंदकर अंधकार कर दिया गया। इस अंधेरे में ईस्टर कैंडल पुनर्जीवित प्रभु येसु ख्रीस्त ज्योति के रूप में रोशनी प्रसार करती रही। इसी कैंडल से अन्य लोग भी कैंडलों को जलाये।इस विशेष कैंडल पर ‘आदि और अंत-2016 लिखा हुआ है। रविवार से लेकर 7 दिन तक लगातार गिरजाघरों में प्रभु येसु ख्रीस्त की प्रतीक के रूप में जलती रहेगी। इसके बाद 43 दिनों तक रविवार और विशेष आयोजनों में प्रज्जवलित होगा। कुल मिलाकर 50 दिनों तक प्रज्जवलित की जाएगी।

आशीष का पानी तैयार किया गयाः मिड नाइट मास में आशीष का पानी तैयार किया जाता है। येसु के प्रतीक कैंडल को पानी में डालकर पवित्र पानी बनाया जाता है। पुरोहितों द्वारा इसी पवित्र जल का छिड़काव विश्वासियों के ऊपर किया गया। वहीं बपतिस्मा संस्कार की प्रतिज्ञाओं को विश्वासियों ने दोहराया। फादर जॉनसन ने कहा कि ईसाई विश्वासियों के घर परिवार की आशीष 29 मार्च से 9 अप्रैल के बीच में 5 बजे से 8 बजे तक दी जाएगी।

आज महिमा के साथ येसु मृतकों में से जी उठते हैंः पवित्र बाइबिल के अनुसार प्रभु येसु ख्रीस्त पुण्य शुक्रवार को सलीब पर प्राण त्याग करेंगे और तीन दिनों के बाद महिला के साथ पुनर्जीवित हो जाएंगे। इसको लेकर झांकी तैयार की गयी थी। आशा दीप से झांकी निकली थी। कुर्जी पल्ली में पहुंचकर झांकी 14 मुकाम में बदल गयी। प्रभु येसु ख्रीस्त की भूमिका अदा करने वाले विक्टर फ्रांसिस के साथ 2 अन्य व्यक्ति को सलीब पर चढ़ाया गया। भूमिका अदा करने वालों को पुण्य शुक्रवार को कब्र में दफनाया गया। पुण्य शुक्रवार,पुण्य शनिवार और तड़के रविवार तक प्रभु येसु ख्रीस्त कब्र में रहे। कब्र पर सैनिक पहरेदारी कर रहे थे।अचानक आकाश में गर्जना हुई। सैनिक नौ-दो-ग्यारह हो गये। इसके बाद तड़के रविवार को महिमा के साथ पुनर्जीवित हो गये। इस बीच इसी को आज विक्टर फ्रांसिस ने प्रदर्शित किया।

पुराने और नये व्यवस्थान से पांच पाठ पढ़े गयेः कुर्जी पल्ली परिसर में आयोजित ईस्टर त्योहारी मिस्सा पूजा का संचालन फादर जॉनसन केलकत ने किया। इनके अलावे फादर सुशील साह,फादर दोमनिक फ्रांसिस जेवियर,फादर हेनरी, फादर ऑन्टो,फादर जौर्ज,फादर जेरोम ड्यूरेक आदि के साथ हजारों की संख्या में विश्वासी मिस्सा पूजा में भाग लिये। इस बीच परमप्रसाद भी वितरण किया गया। मिस्सा पूजा के समापन पर फादर जॉनसन ने धन्यवाद ज्ञापन किया गया। इसके बाद मेलमिलाप का वातावरण हुआ। हैप्पी ईस्टर, पास्का पर्व मुबारक हो। चर्च की घंटी घनघनाने लगी। आल्लेलूइया... आल्लेलूइया..... आल्लेलूइया गूंजती रही।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
9939003721

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