Tuesday 7 June 2016

बतौर पत्नी के रूप में बबीता देवी को अजय प्रसाद और उनके परिवार के लोग स्वीकार करें


पटना। दानापुर थानान्तर्गत ताराचक ग्राम में रहती हैं बबीता देवी। इनका पिता का नाम स्व0 जगदीश प्रसाद है। 2010 में बबीता का विवाह अजय प्रसाद के संग हुआ। विवाह के कुछ माह तक ससुराल में बबीता खुश थीं। इसके बाद दहेजलोभी परिवार के लोगों ने दहेज के रूप में 2 लाख रू0 मायके से लाने के लिए दबाव बबीता पर बनाने लगे। माँग पूर्ण नहीं करने पर बबीता को ससुराल से मार-पिटाई करके बाहर कर दिया गया। तब से बबीता मंत्री और नौकरशाहों के हर दरवाजे पर जाकर माथा टेंकी,परन्तु 6 साल के बाद भी न्याय नहीं मिला। एक बार फिर हिम्मत करके सुहाग की रक्षा करवाने की माँग को लेकर बबीता देवी आयी और राज्य लोक शिकायत निवारण कानून 2015 के तहत आवेदन दे दी।

परेशान बबीता देवी कहती हैं कि जी हाँ, हमलोग अबला नारीअधिकांश महिलाओं की इसी तरह की कहानी है। सभी के आँचल में है दूध और आँखों में पानी। आगे बबीता देवी कहती हैं कि मेरा विवाह अजय प्रसाद के संग हुआ। अपने पिता के साथ जिला छपरा, थाना सोनपुर और ग्राम जैनीयागढ़ में कपिलदेव प्रसाद रहते हैं। वर्ष 2010 में हम दोनों का विवाह हिन्दू रीति रिवाज के संग हुआ। उसने स्मरण करके कहा कि हाँ, अभी मैं बबीता और पतिदेव अजय का हनीमून पीरियड खत्म भी नहीं हुआ था। मेरे पतिदेव अजय गिरगिट की तरह रंग बदलने लगे। अपने परिवार वालों की माँगों में सुर में सुर मिलाने लगे अजय बाबू। सचमुच बेरहम दिल वाले ससुराल के लोग हो गये। परिवार वालों ने एकमुश्त एक नहीं दो लाख रूपये देने की माँग करने लगे।

इतनी बड़ी राशि की माँग करने पर सिर चक्कराने लगा। मायके से 2 लाख रूपये ........ परेशान हो उठी। ससुराल वाले समक्ष अपने व्यथा बयान की। इतने में आँखों से पानी छलका बबीता कहने लगी। मेरे माता-पिता का देहावसान हो गया है। अग्रज की शादी नहीं हुई है। अनुज शादी करके अलग रहने लगा है। दीदी के घर में रहती हूँ। कथित बड़ी राशि कहाँ से और कैसे ला सकती हूँ। इंकार कहने पर बबीता पर अत्याचार होने लगा। पतिदेव अजय प्रसाद, ससुर कपिलदेव प्रसाद, सास शोभा देवी, देवर गौरव कुमार,ननद निशा कुमारी आदि ने मिलकर वज्रपात करने लगे। इन लोगों ने जमकर मार-पिटाई कर दी और तो और ससुराल से बेदखल भी कर दिये।

बबीता देवी कहती हैं कि उनको मालूम हुआ है कि मेरे पतिदेव अजय प्रसाद ने मेरी जिन्दगी में ही द्वितीय विवाह रचा लिये। प्रथम पत्नी की जीर्वित रहते अजय प्रसाद ने द्वितीय विवाह कर लिया है। जो गैरकानून है। वह चनेश्वर राय की बेटी हैं। घर सबलपुर,थाना सोनपुर और जिला छपरा है।

जब बबीता देवी 15 अप्रैल 2016 को ससुराल ग्राम जैनीयागढ़ पहुँची। देखकर हैरज अंग्रेज हो गयी। मेरे पतिदेव अजय प्रसाद मजे से द्वितीय शादी वाली पत्नी और बच्चे के साथ थे। जब बबीता देवी ने दूसरी शादी का विरोध किया तो पतिदेव अजय और उसके परिवार के लोग मार-पिटाई करने पर टूट पड़े। दुर्भाग्य से इस बार भी पतिदेव अजय प्रसाद, ससुर कपिलदेव प्रसाद, सास शोभा देवी, देवर गौरव कुमार,ननद निशा कुमारी आदि मौजूद लोगों के हत्थे चढ़े। इस बार भी ससुराल से निकाला कर दिया गया। इस समय दानापुर थानान्तर्गत ताराचक ग्राम में किराया के मकान में बबीता देवी रहती हैं। यहाँ भी ससुराल के लोग गुंडों को भेजते है। ऐसे लोग जान मारने के धमकी देकर चले जाते हैं।

माता-पिता नहीं रहने के कारण बी00 पार्ट 1 में पढ़ने वाली बबीता देवी ने पेट भरने के जुगाड़ कर ली हैं। ताराचक के बच्चों को पढ़ती हैं। जो राशि प्राप्त होती है,उसी से 2 जून की रोटी जुगाड़ कर लेती हैं। उसने माँग की है कि पतिदेव अजय प्रसाद, ससुर कपिलदेव प्रसाद, सास शोभा देवी, देवर गौरव कुमार,ननद निशा कुमारी आदि मार-पिटाई करके घर से निकालने वालों को गिरफ्तार कर सजा दी जाये। दहेजलोभी परिवार को दहेज प्रथा बनाये रखने और दहेज की माँग करने के जुल्म में गिरफ्तार करें। ससुराल के द्वारा भेजे गये गुंडों की पहचान करके गुंडों और गुंडों को प्रोत्साहित करने वालों पर कानूनी कार्रवाई हो। बतौर पत्नी के रूप में बबीता देवी को अजय प्रसाद और उनके परिवार के लोग स्वीकार करें।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।
बेदखल भी कर दिये।



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