Friday 19 August 2016

फाइनल में जाने की बधाई और फाइनल जीतने की शुभकामनाएं देने का सिलसिला शुरू

हैदराबाद। हैदराबाद में रहते हैं पीवी रमन्ना और पीवी विजया। वॉलीबॉल में पीवी रमन्ना को अर्जुन पुरस्कार मिला है। अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित पिता पीवी रमन्ना और पीवी विजया की सुपुत्री हैं पीवी सिंधु। रियो ओलंपिक में प्रवेशकर इतिहास रच दिया है। रियो 2016 के बैडमिंटन एकल सेमी फाइनल में पीवी सिंधु ने जापान की नोजोमी ओकुहारा को 21-19,21-20 से पराजित कर एकल फाइनल में पहुंची। अब शुक्रवार को शाम साढ़े 6 बजे से पीवी सिंधु का मुकाबला एकल फाइनल में स्पेन की कैरोलीना मारीन से होगी। 

पीवी सिंधु की पॉकेट में सिल्वर है और गोल्ड बाहरः हैदराबाद में पीवी सिंधु का जन्म 5 जुलाई,1995 में हुआ है। देश-विदेश में संपन्न बैडमिंटन प्रतियोगिता में पीवी सिंधु ने अनेकों पुरस्कारों जीती हैं। 21 साल की सिंधु ने  6 खिताब जीती हैं। इनका सर्वाेच्च रैंकिंग 09 है।मौजूदा रैंकिंग 10 है। पहली बार ओलंपिक में भाग लेने वाली पीवी सिंधु ने इतिहास रच दी हैं। इसमें कोच पुलेला गोपीचंद का भी योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। अब तो उसे निश्चित ही सिल्वर मेडल मिलेगा। मगर वह देश की खातिर सिल्वर मेडल से संतुष्ट नहीं होने वाली हैं। निश्चित तौर पर पूरी मेहनत करके एकल फाइनल जीतने का प्रयास करेंगी। दुनिया के एक
नम्बर पर रहने वाली स्पेन की कैरोनीना मारीन से भिड़ेगीं। 

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

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