Tuesday 22 November 2016

19 दिसम्बर को जमानत पर सुनवाई

बायीं ओर बड़ी मेम और दाहिनी ओर छोटी मेम
पटना। संत जेवियर हाई स्कूल की शिक्षिकाओं ने जेल से बेल के लिए कोर्ट में आवेदन दिया है। दोनों की जमानत पर सुनवाई 19 दिसम्बर को होगी। तबतक जेल में ही रहना पड़ेगा। जानकार लोगों का कहना है कि सिविल कोर्ट द्वारा बेल रिजेक्ट कर दी जाएगी। इस हालात में ईसाई शिक्षिकाओं का ‘बड़ा दिन’ यानी क्रिसमस जेल में ही मनाना होगा। 
संत जेवियर हाई स्कूलःराजधानी में है संत जेवियर हाई स्कूल। यह ख्यातिप्राप्त मिशनरी हाई स्कूल है।इस स्कूल का प्राचार्य फादर जैकब हैं। हिन्दी और इंगलिश मीडियम है। येसु समाजी संस्था द्वारा संचालित है।इस स्कूल पर नामांकन करने का दबाव बना रहता है। इसको लेकर लोग मौके की तलाश में रहते हैं। जो दो शिक्षिकाओं पर आरोप लगने से ज्ञात होता है। एक नन्हीं पांच वर्षीया छात्रा ने अपने गुरूजनों का नाम नहीं जानती हैं और बड़ी मेम और छोटी मेम कहकर संबोधित करती हैं। उसके कथन पर बड़ी मेम इंदु आनंद और छोटी मेम नूतन फ्रांसिस पर कथित अप्राकृतिक यौनाचार करने का आरोप लगाया गया। कोर्ट में 164 आईपीसी के तहत बयान दर्ज किया गया। इसके बाद 176 आईपीसी और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फोर सेक्सवल एक्ट 2012 के तहत गिरफ्तार कर 4 नवम्बर को बेऊर जेल भेजा गया। 

सर्वप्रथम बच्ची की बात सुनकर अभिभावकों ने मिले प्राचार्य सेः अपनी बच्ची की बात सुनकर अभिभावक स्कूल पहुंचे। संत जेवियर हाई स्कूल के प्राचार्य फादर जैकब ने अभिभावकों से कहा कि हम समय नहीं है। आपलोग 4 बजे आए। इतना है कि आपलोग पुलिस के पास क्यों नहीं चले जाते हैं। अभिभावक प्राचार्य की असंवेदनहीन जवाब सुनकर आश्चर्य में पड़े और 3 बजे ही पुलिस के पास फरियाद सुना दिये। फरियाद सुनते ही महिला थाना हरकत में आकर बच्ची का बयान 164 आईपीसी के तहत दिलवा लिये। इसके बाद आरोपित शिक्षिकाओं को हिरासत में लेने की कार्रवाई शुरू कर दी।

बड़ी मेम को बुद्धा कॉलोनी और छोटी मेम को दीघा थानान्तर्गत क्षेत्र से गिरफ्तार कियाः बुद्धा कॉलोनी चकारम में रहने वाली बड़ी मेम इंदु आनंद को गिरफ्तार किया। संत जेवियर  हाई स्कूल से अवकाश ग्रहण करने वाले शिक्षक और संत पौल्स एकेडमी के संस्थापक  रफायल साह की बड़ी मेम पुत्रवधु हैं। बड़ी मेम के पतिदेव रेमंड आनंद प्रकाश हैं।फिलवक्त बुद्धा कॉलोनी और फेयर फील्ड कॉलोनी में संचालित स्कूल के कर्ताधर्ता हैं। वहीं दीघा थाना अन्तर्गत कुर्जी क्रिश्चियन कॉलोनी में रहने वाली छोटी मेम नूतन फ्रांसिस को उठाया गया। संत विन्सेंट डी पौल समाज के पटना सेंट्रल कॉऊंसिल के पूर्व अध्यक्ष जोसेफ फ्रांसिस की पुत्री हैं। अभी अविवाहित हैं।

समर्थन में कैंडिल मार्चः गैर सरकारी संस्था अल्पसंख्यक ईसाई कल्याण संघ के बैनर तले 13 नवम्बर को कैंडिल मार्च किया गया। हजारों की संख्या में ईसाई समुदाय सड़क पर उतरे। दीघा थानान्तर्गत फेयर फील्ड कॉलोनी से शुरू हुआ। ईसाई समुदाय हाथों में कैंडल और नारा लिखित पोस्टर लेकर चल रहे थे। पीड़ित छात्रा के साथ हुई अमानवीय घटना की निंदा करते हुए, जल्द से जल्द वास्तविक गुनाहगार  को सजा दिलाने का हम अनुरोध करते हैं। संत जेवियर हाई स्कूल की दोनों शिक्षिकाओं को जेल से रिहाई का हम आग्रह करते हैं। निष्पक्ष जांच अपील की है। हमें न्याय चाहिए। पीड़ित के साथ न्याय हो। व्ही वांट जस्टिस। फाइन्ड रियल कलपिट।पटना-दीघा मुख्य मार्ग तय किया। इसके बाद पाटलिपुत्र थानान्तर्गत पाटलिपुत्र गोलम्बर में जाकर कैंडिल मार्च सभा में तब्दील हो गयी। सभा को संबोधित करने वालों में पश्चिमी मैनपुरा ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया भाई धर्मेंन्द्र, छोटी मेम नूतन फ्रांसिस के पिताश्री जोसेफ फ्रांसिस, बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष और अल्पसंख्यक ईसाई संघ के अध्यक्ष एब्रोस पैट्रिक, संघ के सचिव एस0 के0 लौरेंस आदि ने संबोधित किया और शिक्षिकाओं के साथ न्याय करने का आग्रह किया। इनका आग्रह और भाषण विशुद्ध धार्मिक प्रवृति का रहा।

ईसाई समुदाय ने सरकार से मांगः इस तरह की घृणित कार्य को अंजाम देने वाले को गिरफ्तार किया जाए। अभी तक बड़ी मेम और छोटी मेम ने अपराध कबूल नहीं किये हैं और कहा कि अपराध से दूर-दूर से रिश्ता नहीं है। वहीं संत जेवियर हाई स्कूल में आयोजित प्रेसवार्ता में प्राचार्य ने जोर देकर कहा कि इस तरह की घटना नहीं हुई है। प्रेसवार्ता में शामिल होने वाले रिपोर्टरों को प्राचार्य के बगल में काल्पनिक होने वाले कमरा दिखाया गया।वहां किसी तरह का कमरा नहीं है। इससे छोटी बच्ची के साथ अप्राकृतिक यौनाचार किया जा सके। यह भी खुलासा किया गया कि वह छोटी सी बच्ची स्कूल गाड़ी से जाती है। स्कूल गाड़ी पर जाने वालों को 10 मिनट पहले ही छुट्टी दी जाती है। इसके बाद अन्य बच्चे जाते हैं। अगर विलम्ब होता तो जरूर ही स्कूल बस के चालक शिकायत दर्ज करवाते। वास्तव में किसी तरह की घटना स्कूल में घटित नहीं हुई है। फिर भी दोनों शिक्षिकाओं को फंसाया गया।

आलोक कुमार
मखदुमपुर बगीचा,दीघा घाट,पटना।

No comments: