पटना। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर-19
में स्थित है यारपुर मुसहरी।
यहां पर मुसहर समुदाय
के महादलित रहते हैं। इसी मुसहरी में स्व. राजदेव मांझी के परिवार भी
रहते हैं। विधवा धर्मेन्द्ररी देवी के 3 बच्चे हैं। सबसे छोटा चिंटू कुमार हैं जिसे किडनी की बीमारी हो
गयी है। चेहरे पर सूजन हो
गया है। बहुत ही दुलारा और
प्यारा बच्चा है। खाने के शौकिन है
मछली पर जोर देता
है। पड़ोसी के घर में
मछली पकने पर पड़ोसी चिंटू
को बुलाकर मछली और भात खिला
देते हैं।
खैर, स्व. राजदेव मांझी की मौत के
बाद परिवार की पूर्ण जिम्मेवारी
धर्मेन्द्ररी देवी पर आ गयी
है। बाहर जाकर रद्दी कागज आदि चुनकर लाती और बेचने के
बाद चूल्हा जलता है। इसमें शाहिल कुमार भी हाथ बटाता
है। मां और बेटा रद्दी
कागज चुनने जाते हैं। कभी भी शाहिल कुमार
के हाथ में स्कूल बैंग नहीं रहा। हमेंशा कद से बड़ा
बोरा ही रहता मां
और बेटा कूड़ों के ढेर पर
किस्मत तलाशने गये हैं। तकदीर तेज है कि धर्मेन्द्ररी
देवी की बड़ी बेटी
घर पर है। वह
चिंटू कुमार की देखरेख कर
रही है। उससे चिंट कुमार के बारे में
पूछताछ करने के क्रम में
पड़ोसी भी आ जाते
हैं। पड़ोसी ही खुलासा करते
हैं कि चिंटू कुमार
को किडनी की बीमारी हो
गयी है। चिकित्सकों को दिखाया गया
है। काफी पैसा खर्च करने के बाद भी
सुधार नहीं है। चिकित्सकों द्वारा फाइडिंग कर किडनी रोग
बता दिया है। उपस्थित लोगों से कहा गया
कि सरकार के पास मुख्यमंत्री
चिकित्सा कोष है। इस कोष से
चिंटू कुमार का इलाज संभव
है। इसके लिए आवेदन लिखना पड़ेगा। पटना जिले के असैनिक शल्य
चिकित्सक सह मुख्य चिकित्सा
पदाधिकारी के पास आवेदन
देना पड़ेगा। इस आवेदन पर
सिविल सर्जन अनुशंसा कर स्वास्थ्य सेवाओं
के निदेशक प्रमुख के पास आवेदन
अग्रसारित करेंगे। निदेशक प्रमुख की अध्यक्षता में
बैठक होगी। इसके बाद राशि की स्वीकृति होगी।
सिविल सर्जन कार्यालय में जाकर 27 फरवरी,2017 को आवेदन दिया
गया। इस आवेदन का
विषय है महादलित मुसहर
समुदाय के स्व. राजदेव
मांझी के पुत्र चिंटू
कुमार को किडनी में
झिल्ली पड़ गया है।
इसके इलाज की व्यवस्था करने
के संबंध में। आगे लिखा गया है कि सीएम
नीतीश कुमार के आवास की
दूरी 1 किलोमीटर पर है यारपुर
मुसहरी। महादलित मुसहर समुदाय के लोग फटेहाल
जीवन बीता रहे हैं। इन महागरीबों के
घरों में महारोग घुसपैठ कर लिया है।
स्व. राजदेव मांझी के पुत्र चिंटू
कुमार (3 वर्ष) को किडनी में
झिल्ली हो गया है।
राजदेव मांझी और धर्मेन्द्ररी देवी
के सहयोग से 3 बच्चे हैं। खुशबू कुमारी, शाहिल कुमार और चिंटू कुमार।
धर्मेन्द्ररी देवी और शाहिल कुमार
रद्दी कागज आदि चुनने जाते हैं। खुशबू कुमारी 3 साल के चिंटू कुमार
की देखभाल करती हैं।
इस बीच चिंटू
कुमार बीमार पड़ गया। सूजन
चेहरा पर हो गया।
14.09.2016 को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में लिया गया। किडनी के ऊपर झिल्ली
आ जाने की बात सामने
आयी। इसके बाद इलाज हो सका। 24.12.2016 को निजी
क्लिनिक में दिखाया गया। अभी तक गरीब परिवार
हजारों खर्च कर चुके हैं।
अतः आपसे आग्रह है कि इलाज
की व्यवस्था करा दी जाय।
सिविल सर्जन, पटना डाक्टर गिरिन्द्र शंकर सिंह ने 27 फरवरी,2017 को कहा कि
आवेदन को 2 दिनों के अंदर स्वास्थ्य
सेवाओं के निदेशक प्रमुख
के कार्यालय में अग्रसारित कर देंगे। अब
देखना है कि कितना
जल्द चिंटू कुमार को इलाज संभव
हो पा रहा है?
मजे की बात है
आश्रय अभियान नामक एनजीओ के कार्यकर्ता राह
में मिले। उनको कहना है कि अभी-अभी यारपुर मुसहरी में जाकर सर्वें किया गया है। उनको सर्वें के दरम्यान कोई
भी किडनी रोग से पीड़ित नहीं
है। जब पूर्ण जानकारी
दी गयी कि सर्वेवर का
होश हवा में तैर गया। उन लोगों ने
चाहा कि सिविल सर्जन,पटना को प्रेषित आवेदन
दें दे। एक सर्वेवर ने
मोबाइल से आवेदन का
फोटो लिया। आश्रय अभियान में सिस्टर दौरेथी फर्नाडिस जुड़ी हुई हैं। विख्यात समाजसेवी हैं। सिस्टर दौरेथी अवश्य ही चिंटू कुमार
की सुधि लेगीं।
आलोक कुमार
No comments:
Post a Comment