Friday 7 April 2017

माननीय डीआईजी साहबए भागलपुरएबिहार के नाम खुला पत्र


सेवा में

माननीय डीआईजी साहब
भागलपुरए बिहार।

मैं निसार अहमद अंसारीए पिता कयूम अंसारीए ग्राम सिंगारपुरए पोस्ट चलनाए थाना धोरैयाए जिला बांकाए बिहार। हाल वास पनाह बेगूसराय है।

इस संबंध में कहना है कि मेरे गाँव सिंगारपुर के मुखिया फजल महमूद हैं। मुखिया के चुनाव के समय में किसी ओर को वोट देने पर काफीर होने का झूठा आरोप लगाकर पूरे परिवार को गुर्गों के साथ मिल कर बुरी तरह मारा पिटा और गाँव छोड़ने का फरमान जारी कर दिया। जिसमें उसके कई गुर्गे शामिल हैं। कोई सादे कागज पर पिता जी कयूम अंसारी से अंगूठा निशान लेकर गाँव से निकाल दिया। गाँव में रहने पर रंगदारी की माँग की गई। गाँव से पूरे परिवार को निकाल दिया गया। इसके बाद संपूर्ण परिवार किराया के मकान में बाराहाट में रहने लगे।
धोरैया थाना में पिता जी कयूम अंसारी ने 263ध्15 एफआईआर दर्ज कराये। माननीय न्यायालय  द्वारा नामजद फजल महमूद और साजीद को जेल भेज दिया गया।  जेल से निकलने के बाद 12ध्2ध्16 को 14 साल की रानी खातून ;मेरी बहनद्ध को अपहरण कर नशीली बोतल पिला कर गेंग रेप किया। उसी दिन 12 ध्2ध्16 को बाराहाट थाना प्रभारी अजित कुमार को लिखित आवेदन देकर बहन की बरामदी के लिए गुहार लगाये। लेकिन थाना प्रभारी ने आवेदन को ही गायब कर अपराधियों को बचाते रहे। इस दरम्यान बातचीत की थाना प्रभारी और पीड़िता के परिवार की आवाज को रेकॉर्ड कर लिया गया। किसी तरह की कार्रवाई नहीं होने पर 18ध्2ध्16ध्को डीआईजी साहब भागलपुर से मिलकर कार्रवाई के लिए लिखित आवेदन दिये।  तब डीआईजी साहब के कड़े रुख के बाद  20ध्2ध्16ध्को अज्ञात पर एफआईआर दर्ज किया गया। एफआईआर 99ध्16 के तमाम अपराधी जेल में हैं। और बहन को जबरन 12 दिनों तक नाथ नगर आनाथालय में बंद कर रखा गया। 12 दिनों तक मेडिकल चेकअप नहीं कराया गया। अपनी आपबीती बयान देने पर थाना प्रभारी बाराहाट द्वारा पिटाई भी किये। और तो और ड़राया और धमकाया भी गया। अगर आपबीती बयान दिये तो पूरी जिंदगी आनाथालय में सड़ना पड़ जाएगा।

अपहरण के दिन का आवेदन गायब कर मेरे पिता जी और भाई पर छीन छोड़ और डायन कहने का झूठा आरोप गढ़ के बांका प्रशासन की मिलीभगत से बलात्कारियों को बचाने के लिए संगीन धारा में धोरैया थाना कांड 31ध्16 दर्ज कराया गया। इस्लाम के पिता रहीम से 31ध्16  एफआईआर दर्ज कराया गया जो पूरी तरह से झूठा केस है साहब  किसी की  बच्ची का अपहरण हो जाए तो क्या वो परिवार चैन से रहेगा और लूटपाट करेगा। ऊपर वाले के कर्म से माननीय न्यायालय से हमारे परिवार वालों को बेल मिल गया।

;2द्ध जिस महिला को डायन कहने का आरोप लगाकर 31ध्16 केस दर्ज किया गयाए उसकी पत्नी का नाम शब्बनम उर्फ शब्बो पिता नईम अंसारी हैं। उससे मेरी बात हुई बोली आजतक मुझसे कोई पुलिस बयान नहीं ली है बोली 8.9  साल से अपने गाँव में नहीं हूं। अपने पिता के घर रहती हूं। वह बोली इस्लाम पी खा कर बुरी तरह से मारपीट करता था। मैं अपने पिता के घर डहूआ में रहती हूं। साहब 31ध्16 में उस आदमी को गवाह बनाया है जिसका नाम सहूल है 99ध्16 अपहरण कांड में बांका जेल में बंद है। और दूसरा गवाह टीका पिता असीम सिंगारपुर के परिवार से बात हुई तो बोले वो परदेश में रहता है इस केस के बारे में नहीं जानता है। जब केस के आईण्ओण् फिरोज खान से बात हुई तो बोले हम किया करेंगे। डीएसपी साहब केस फौनल कर रहे थे लेकिन एसपी साहब केस को टूरू कर रेप पीड़िता के के ही परिवार को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आदेश दिए। जब इस्लाम की पत्नी शब्बनम झूठी गवाही देने से इंकार की तो रफीक की पत्नी नुसरत को इस्लाम की पत्नी बना कर थाना द्वारा बांका न्यायालय में आरोप पत्र समर्पित कर दिये। जब प्रशासन रेपीस्ट को छोड़ कर पीड़िता के परिवार को ही परेशान करने लगी। तो इस्लाम की पत्नी शब्बनम अपने पिता के साथ बांका न्यायालय पहुंचकर अपने पिता के साथ फोटो लगाकर शपथपत्र बना कर दी जिससे मेरे परिवार का बेल हुआ। साहब अगर रेपीस्ट को बचाने के लिए पीड़िता के परिवार पर झूठा केस दर्ज कर दबाव बनाया जाने लगा तो एक भी पीड़िता को इंसाफ बिहार में नहीं मिल सकेगा।

 श्रीमान् से प्रार्थना है कि झूठा केस करने वाले इस्लाम पर और उसमें मिले अधिकारियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई करने का कृपा करें और केस वापिस लेने का कृपा करें। साहब जबकि अपहरण घटना 12ध्2ध्16 का है 18ध्2ध्16 को पीड़िता के परिवार बहन के लिए डीआई जी साहब से मिल कर गुहार लगाते हैं। डीआईजी साहब एसपी बांका पे  अपहरण का रिपोर्ट दर्ज ना होने पर भड़कते है थाना प्रभारी पर कार्रवाई की बात की जाती है।
19ध्2ध्16 को इस्लाम की तरफ से पीड़िता के पिता जी और भाई पर झूठा केस दर्ज कराया जाता है।  केस में दूसरे की पत्नी को इस्लाम की पत्नी बना दिया जाता है। गवाह खुद अपहरण कांड में जेल में है और हम पूरे परिवार अपराधियों के दहशत में और 99ध्16 कांड में बांका जेल मै बंद अपहरणकर्ता के परिवार के ड़र से पीड़िता के पूरे परिवार बेगूसराय में पनाह लिए हैं। घर जाने पर हत्या की धमकी मिली हैं। अपहर्ता के परिवार को माननीय पटना उच्च न्यायालय से सुरक्षा  के आदेश के बाद भी सुरक्षा नहीं दिया गया।  साहब जब थाना ही अपराधियों को बचाने लगे और अपराधियों को सपोर्ट करने लगे तो सुरक्षा कौन करेगा.

हमें और हमारे परिवार को उम्मीद है हमारी बातों पे नजर कर्म करेंगे अपराधियों के साथ मिल कर थाना और  बांका प्रशासन द्वारा जो पीड़िता के परिवार को खुदकुशी करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। जदयू विधायक जी को पीड़िताके परिवार से मिलने का समय नहीं है। पर अपराधियों के नाशता कर 1000.1500 सौ के मज्जमे में पीड़िता के  रेप का तजक्रिरा माईक पर किया जा रहा है। पीड़िता के मेटर को राजनीतिक रंग देकर हमारे परिवार की हत्या के प्रयास में हैं। उस पे रोक लगा कर गरीब परीवार को सुरक्षा प्रदान कर जीने का मौका दें।
आप का विश्वासी
निसार अहमद अंसारी
ग्राम सिंगारपुरए पोस्ट चलनाए थाना धोरैयाए जिला बांकाए बिहार।
हाल वास बेगूसराय ।
मोबाइल नम्बर 9771241936
वाट्सअप. 9430593094

माननीय आदरणीय प्रधानमंत्री जीए
भारतीय सरकार ।

माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जीए
बिहार सरकार।

नेशनल मानवाधिकार आयोगएनई दिल्ली ।

राज्य मानवाधिकार आयोगए बिहार।

नेशनल महिला आयोगए नई दिल्ली

श्रीमान् डीजीपीए बिहार।

श्रीमान्  उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी जी।

श्रीमान् विरोधी दल के नेता प्रेम कुमार जी।

श्रीमान्  आईजीएभागलपुर।

श्रीमान् एसपी साहबएबांका।

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