Wednesday 10 May 2017

सरकारी तंत्र की लापरवाही के शिकार बन हाशिए पर चले गये

नामांकन करवाने में सफल जितेन्द्र मांझी
पटना। राजधानी से बिल्कुल निकट रहने वाले समाज के किनारे रहने वाले हैं महादलित मुसहर समुदाय के दीपक कुमार मांझी,छठिया देवी और जितेन्द्र मांझी।कई माह से महादलित पार्षद बनने का मनसूबा पाल रखे थे। इनको लोगों ने तैयारी भी जोरशोर से कर रहे थे। पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर-1से छठिया देवी और वार्ड नम्बर-22 ए से दीपक कुमार मांझी कमर कस लिये थे। वहीं नगर परिषद दानापुर निजामत के वार्ड नम्बर-32 से जितेन्द्र मांझी प्रत्याशी बनने के मूड में थे। इसमें पटना नगर निगम के वार्ड नम्बर-1 से छठिया देवी और नगर परिषद दानापुर निजामत के वार्ड नम्बर-32 से जितेन्द्र मांझी नामांकन करने में सफल हो गये। जबकि दोनों साक्षर प्रत्याशी हैं। वहीं वार्ड नम्बर-22 ए से दीपक कुमार मांझी (आई.एस.सी.उर्त्तीण) पिछड़ गये। 

प्रत्याशी बनने की हौड़ में समाज के हाशिए पर रहने वाले मुसहर समुदाय के दीपक कुमार मांझी ने कहा कि
सरकारी तंत्र की लापरवाही के शिकार बन गये हैं। इसके कारण ही हाशिए पर चले। कई माह से तैयारी कर रहे थे। बाजाप्ता जगह-जगह बैनर और पोस्टर भी लगा दिये थे। सभी तरह के कागजातों को लेकर शपथ पत्र दाखिल भी कर दिये। आवास,जाति,आय,आचरण आदि दस्तावेज से लबरेज थे। उसी तरह प्रस्तावक और समर्थन के पास मतदाता परिचय पत्र भी था। यह यकीन था कि मतदाता परिचय पत्र है तो जरूर ही मतदाता सूची में नामांकित होगी।

आलोक कुमार 


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