Thursday 17 February 2022

लोको पायलट आल्फ्रेड स्टेफन नहीं रहे

पुरूलिया.कई महीने से बीमार चल रहे थे लोको
पायलट आल्फ्रेड स्टेफन.रेलवे में लोको पायलट थे. वहां से सेवानिवृत हो गये थे.बुधवार को रेलवे हाॅस्पीटल में करीब 10.55 बजे रात में दम तोड़ दिये. वे 78 वर्ष के थे.आल्फ्रेड और जोसफिन स्टेफन के 7 बच्चे हैं.4 लड़कियां और 3 लड़के.आज वृहस्पतिवार को 4.00 बजे अंतिम संस्कार कर दिया गया.

पश्चिम बंगाल में पुरूलिया जिला में कंतरंगुनी डीवीसी, आद्रा में आल्फ्रेड स्टेफन का परिवार रहते हैं.यहां पर सेक्रेड हार्ट चर्च अद्रा पल्ली है.आल्फ्रेड स्टेफन के पुत्र एडविन स्टेफन ने बताया कि पापा घर में गिर गये थे.उनको रेलवे हाॅस्पीटल में भर्ती किया गया. इलाज के बाद ठीक हो गये थे. घर पर ही दवा-दारू चल रहा था.इस बीच हालत खराब होने पर पुनः रेलवे हाॅस्पीटल में भर्ती कराया गया.इसका नतीजा सामने आ गया. पापा बुधवार को दम तोड़ दिये.बीमारी की खबर सुनकर परिजन घर आये थे.सभी लोगों ने सेवा और प्रार्थना की.जो प्रभु को मंजूर था वह हो गया.

उन्होंने कहा कि आज वृहस्पतिवार को संध्या चार बजे सेक्रेड हार्ट चर्च में फादर लियो और फादर प्रिंस ने मिस्सा अर्पित किये. इसके बाद पावर हाउस के निकट बड़ा बाजार आद्रा के पास स्थित कब्रिस्तान में दफन कर दिये गए. मेरी मां जोसफिन की कब्र के पास ही पापा आल्फ्रेड स्टेफन को दफना दिया गया.

आलोक कुमार

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