Friday 22 April 2022

कुंवर सिंह विजयोत्सव मनाने का नैतिक हक नहीं है गृहमंत्री के पास: राजेश राठौड़

 * कुंवर सिंह के प्रपौत्र की हत्या पर मौन गृहमंत्री को विजयोत्सव मनाने का नैतिक हक नहीं : राजेश राठौड़ 

पटना.देश के प्रथम स्वाधीनता संग्राम के अमर नायक और क्रांतिकारियों के प्रेरणास्रोत बाबू कुंवर सिंह के 165 वें विजयोत्सव पर बिहार के राजधानी पटना से जगदीशपुर जा रहे हैं देश के गृहमंत्री अमित शाह पर कांग्रेस के प्रदेश मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने तल्ख टिप्पणी करते हुए पूछा है कि उनके प्रपौत्र कुंवर रोहित सिंह की उनके ही किले में सुरक्षाकर्मी सीआईटी जवानों द्वारा पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है और अब तक सरकार मौन धारण कर लेती है.


उन्होंने कहा कि ऐसे गंभीर मामले को नजरअंदाज करते हुए भाजपा और उसके सहयोगी दल के सभी नेता घटनास्थल पर जाकर परिजनों की सुधि भी नहीं लेते और आवश्यक कार्रवाई भी करने में असमर्थ साबित रहे हैं. ऐसे में देश के गृहमंत्री अमित शाह किस आधार पर घटनास्थल से तीन किलोमीटर की दूरी पर बाबू कुंवर सिंह के 165 वें विजयोत्सव कार्यक्रम करने की हिमाकत कर रहे हैं. ऐसे किसी भी आयोजन का नैतिक हक वें खो चुके हैं.

बिहार कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ ने कहा कि ऐसे जघन्य अपराध में कोई भी क्षत्रिय समाज का नेता जो सरकार में शामिल है, उसने एक आवाज तक नहीं उठाई और इस कार्यक्रम से भी उन्हें दूर रखा गया है. बिहार का क्षत्रिय समाज अपने सबसे महत्वपूर्ण नायक के परिजनों के प्रति आखिर किस तरीके से इतना उदासीन हो सकता है. उन्होंने यह भी सवाल किया कि बाबू कुंवर सिंह के प्रपौत्र की हत्या के मामले पर क्या अद्यतन कार्रवाई हुई है, कितनी गिरफ्तारियां हुई है या कोई कार्रवाई जमीन पर उतरी भी है या नहीं इसकी कोई जानकारी तक नहीं लेने वाले लोग आखिर किस आधार पर उनके किले से दूर कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं.


उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जनता की आंखों में धूल झोंककर राजनीति करना बन्द कर देना चाहिए। बिहार के सबसे बड़े क्रांतिकारी स्वतंत्रता सेनानी के परिजनों की हत्या हो जाती है और प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर देश के गृहमंत्री तक चुप्पी साध लेते हैं, यह कहीं से उचित नहीं है.विजयोत्सव मनाने के लिए अनुमति देने से पूर्व उन्हें उनके प्रपौत्र के हत्यारों को गिरफ्तार करने का आदेश जारी करना चाहिए था। इसके लिए क्षत्रिय समाज और देशभक्त कभी उन्हें माफ नहीं करेंगे.

आलोक कुमार 

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